फिर घटा जोधपुर का पानी, किल्लत की मार झेर रहे लोग

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 10 मई 2017, 2:17 PM (IST)

जोधपुर। प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा शहर जोधपुर पेयजल संकट के मुहाने पर पहुंच गया है। इन दिनों पड़ रही प्रचंड गर्मी के कारण पानी की मांग ज्यादा है जबकि लोगों को पानी की भारी किल् लत का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ राज्य सरकार ने जोधपुर के पानी में प्रतिदिन पचास क्यूसेक की कमी कर दी है। ऐसे में शहर के अधिकांश क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराता जा रहा है। हालात ऐसे बन पड़े है कि लोगों को पीने का पानी भी खरीदना पड़ रहा है।

विद्यानगर समेत कई क्षेत्रों नहीं में आया पीने का पानी

बुधवार को कई क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ती नहीं हुई। ऐसे में लोगों को पानी के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। यहां बता दें कि राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी नहर से जोधपुर को प्रतिदिन मिलने वाले 245 क्यूसेक पानी को कम कर 195 क्यूसेक ही कर दिया। इसके चलते जलदाय विभाग के समक्ष शहर की जलापूर्ति को सामान्य बनाए रखने का संकट खड़ा हो गया। इससे निपटने को जलदाय विभाग ने गुपचुप तरीके से शहर की जलापूर्ती में कटौती करना शुरू कर दिया।

पेयजल का संकट गहराया

जोधपुर में पानी की मांग और आपूर्ति में बढ़े अंतर के कारण शहर में पेयजल संकट गहराना शुरू हो गया। बरसों से कभी टैंकर नहीं मंगाने वाले लोग अब टैंकर वालों की तलाश में भटक रहे हैं। शहर के प्रमुख जलाशय कायलाना व तखतसागर में महज सात से दस दिन का ही पानी बचा है। इन दोनों में वर्तमान में करीब 230 एमसीएफटी पानी ही उपलब्ध है। इसमें से करीब सवा सौ एमसीएफटी पानी डेड स्टोरेज का है। यही कारण है कि शहर में रोज पानी को लेकर लोग सडक़ों पर उतर प्रदर्शन करने को मजबूर हो रहे है, लेकिन विभाग के अधिकारी आगे से पानी की कम आवक बता कन्नी काट रहे हैं।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे