सुल्तानपुर (असगर नकी)। मंगलवार को पूरा दिन सुबह से लेकर रात तक सडक़ दुर्घटनाओं के नाम रहा। रोडवेज बस के तीन अलग-अलग हादसों में करीब 60 लोगों से अधिक यात्री घायल हुए। सबसे बड़ी दुर्घटना रात 10 बजे के बाद गोसाईगंज थाने के टाटिया नगर बाईपास पर हुई।
आरोप है कि सुल्तानपुर डिपो की रोडवेज बस का चालक नशे की हालत में तेज गति में बस चला रहा था। कई बार यात्रियों ने उसे स्पीड कम करने को कहा, लेकिन उसने किसी की एक न सुनी और इलाहाबाद से फैजाबाद को जा रहे ट्रक से बस की भिड़ंत हो गई। घटना में बस पलट गई। ऐसे में बस में सवार 8 यात्री घायल हुए। कुछ एक लोगों ने 108 एम्बुलेंस को सूचना दी। बाद में घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टर बी.बी. सिंह ने बताया कुछ यात्रियों को गंभीर चोट आई हैं, उनका उपचार किया जा रहा है।
एनएच 56 पर बस-टैंकर की भिड़ंत में दर्जनों हुए घायल
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लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग पर रोडवेज बस व टैंकर की भिड़ंत हो गई। कैंट डिपो की
बस लखनऊ से वाराणसी जा रही थी किचांदा थाने के परसरामपुर के पास सामने से आ
रहे एक थ्री व्हीलर को बचाने के लिए रोडवेज ड्राइवर ने ब्रेक लगा दिए। इस
दौरान बस के पीछे आ रहा स्प्रिट से भरा टैंकर बस से टकरा गया। घटना में बस
में सवार एक दर्जन से ज्यादा यात्री घायल हो गए। इनमें वाराणसी निवासी
रामजी गुप्ता, महिला मदारडीह एवं उतरी निवासी प्रिया सिंह को गंभीर चोटें
आईं।
पुलिस की ये रही बड़ी लापरवाही
श्मशान में सजी महफिल, बार-बालाओं ने लगाए ठुमके
पुलिस की सबसे बड़ी
लापरवाही ये कि टैंकर में स्प्रिट जैसा ज्वलंत पदार्थ लदा होने के बावजूद
घंटों तक हाईवे पर खड़ा रहा। ऐसे में अन्य वाहनों से दुर्घटना होने की
आशंका बनी रही। इस संबंध में लोगों ने सीओ लंभुआ नवीना शुक्ला के मोबाइल पर
सूचना देनी चाहिए, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
अनियंत्रित रोडवेज बस पेड़ से टकराई, 40 घायल
इस पानी को पीओगे तो उतर जाएगा जहर
वहीं
इलाहाबाद-फैजाबाद हाईवे पर सुल्तानपुर शहर से फैजाबाद जा रही यात्रियों से
भरी सुल्तानपुर डिपो की रोडवेज बस कूरेभार थाना क्षेत्र के सेऊर गांव के
पास अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। हादसे में दर्जन भर से अधिक लोग
घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि हादसा फैजाबाद की ओर से तेज रफ्तार में आ
रहे ट्रक को बचाने के चक्कर में हुआ। घटना में करीब 40 यात्री चोटिल हो
गए। इनमें से 22 को जिला अस्पताल भेजा गया था।
तीमारदारों का आरोप इमरजेंसी में नहीं था इंजेक्शन
यहां कब्र से आती है आवाज, ‘जिंदा हूं बाहर निकालो’
उधर
जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पर्याप्त मात्रा में दवा न होने का
तीमारदारों ने हॉस्पिटल प्रशासन पर आरोप लगाया। तीमारदारों ने बताया कि
इमरजेंसी के अंदर ‘टिट वेग इंजेक्शन’ तक मुहैया नहीं था। यही नहीं बड़ी
संख्या में इमरजेंसी में पहुंचे मरीजों का पुरसा हाल भी कोई नहीं था।
इस पेड से निकल रहा है खून, जानिए पूरी कहानी
बड़ा
सवाल ये है के जब जिला अस्पताल की इमरजेंसी का आलम ये है तो संपूर्ण
अस्पताल का आलम क्या होगा।