रिवालसर झील मामला: ऑक्सीजन की कमी से मरी मछलियां

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 21 अप्रैल 2017, 10:38 AM (IST)

मंडी। हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बुधवार को रिवालसर झील के पानी के सैंपल लिए थे। बोर्ड ने दो पेरामीटर्स की अपनी रिपोर्ट कल देर रात जारी कर दी है। रिपोर्ट में साल्यूवल ऑक्सीजन की मात्रा मात्र 0.8 मिली ग्राम पर लीटर पाई गई है। पहले पैरामीटर में बताया गया है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण हजारों मछलियां मरी हैं जबकि दूसरे पैरामीटर में मछलियों की अत्याधिक संख्या को भी इसका एक कारण बताया गया है। बताया जा रहा है कि 4.0 सॉल्यूवल ऑक्सीजन की मात्रा कम आ जाए तो जीव जिंदा नहीं रहते। गौरतलब यह है कि पिछले कल ही झील में पॉल्यूशन का स्तर बढऩे से हजारों टन मछलियां इसी कारण काल का ग्रास बन गई थीं। कल झील को साफ करने के लिए कई आवश्यक कदम भी उठाए गए।
एडीसी हरिकेश मीणा ने स्थिति को सामान्य बनाने के लिए कई आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश जारी किए। प्रशासन ने नजदीकी जल स्त्रोतों से शेष मछलियों को बचाने के लिए ताजा पानी झील में डाला ताकि किसी तरह से शेष मछलियों को बचाया जा सके और झील के रंग को भी साफ किया जा सके। इधर, झील में मछलियों का मरना जारी रहा, जबकि पहले से मरी मछलियों को भी निकालने का क्रम जारी है। अब तक नगर पंचायत स्वयंसेवी संगठनों की मदद से दस ट्रक मछलियां निकाल कर दबा चुकी है। लिक्विड ऑक्सीजन के भी डाले सिलेंडर प्रशासन ने ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए इसमें लिक्विडं ऑक्सीजन के सिलेंडर भी डाले हैं।

अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

1.
पॉल्यूशन का स्तर बहुत ही कम आंका गया है जिस कारण मछलियों की मौत हुई है। झील का पॉल्यूशन सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं जिनके माध्यम से स्थिति सामान्य हो जाएगी। ताजा पानी और घुलनशील ऑक्सीजन डाली जा रही है।सिद्धार्थ आचार्य एसडीएम बल्ह।
2.
सैंपल रिपोर्ट आ गई है। झील के पानी में केवल 0.8 मिली ग्राम पर लीटर ऑक्सीजन की मात्रा पाई गई है। ऑक्सीजन की कमी के कारण ही मछलियों की मौत हुई है । पॉल्यूशन का यह सबसे निम्न स्तर है।आरके नड्डा अधिशाषी अभियंता पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड।

ये बच्चे बंद आंखों से पढते हैं,सूंघकर बताते हैं रंग