बाबरी मामला: PM मोदी ने की मंत्रियों से मंत्रणा, शाह की आडवाणी से हुई बात

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 19 अप्रैल 2017, 11:17 PM (IST)

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अहम फैसला सुनाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह और केंद्रीय मंत्री उमा भारती सहित अन्य के खिलाफ आपराधिक साजिश का मुकदमा चलाया जाएगा। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद पार्टी आलाकमान में हलचल मच गई है। एक ओर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आडवाणी से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि पार्टी उनके साथ है। वहीं, दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों के साथ मीटिंग की। मीटिंग वित्त मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू सहित कई मंत्रियों ने हिस्सा लिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आरोपी बीजेपी नेताओं में भी काफी हलचल देखने को मिल रही है।

जोशी ने बुधवार शाम आडवाणी से उनके नई दिल्ली आवास पर मुलाकात की, वहीं उमा भारती ने शाह से मुलाकात के बाद अपना अयोध्या का दौरा रद्द कर दिया है। विपक्षी दलों ने कल्याण सिंह तथा उमा भारती से इस्तीफे की मांग की है। लेकिन, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भाजपा तथा सरकार किसी भी नेता के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी। उन्होंने कहा, यह मामला सन् 1993 से ही चल रहा है। आज नए हालात पैदा नहीं हुए हैं। उमा भारती ने अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कहा कि साजिश रचने के आरोप अभी तक साबित नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि मस्जिद का ढांचा गिराने के पीछे कोई साजिश नहीं थी।

विपक्ष ने की जल्द सुनवाई की मांग

कांग्रेस ने त्वरित सुनवाई की मांग की है, जबकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) तथा इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने उमा भारती तथा कल्याण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता संजय झा ने कहा, कानून अपना काम करेगा। हम उम्मीद करते हैं कि मामले की त्वरित सुनवाई होगी और दोषी दंडित होंगे और सजा भुगतेंगे। झा ने कहा, यह सर्वविदित तथ्य है कि बाबरी विध्वंस एक सहज प्रतिक्रिया का परिणाम था, यह बात गलत साबित हो चुकी है और यह एक राजनीतिक साजिश थी। माकपा ने कहा कि उमा भारती तथा कल्याण सिंह को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। आईयूएमएल ने कहा कि कल्याण सिंह को तकनीकी पेच का सहारा नहीं लेना चाहिए और उमा भारती को भी इस्तीफा दे देना चाहिए।

आडवाणी का राष्ट्रपति बनने का सपना टूट गया:लालू

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वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आडवाणी का भारत का राष्ट्रपति बनने का सपना मिट्टी में मिल गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मामले में मोड़ लाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, आडवाणी अब राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि बाबरी विध्वंस मामले में आडवाणी बलि का बकरा बन गए।

आडवाणी, जोशी, उमा भारती, विनय कटियार (भाजपा), साध्वी ऋतंभरा, आचार्य गिरिराज किशोर, अशोक सिंघल और विष्णु हरि डालमिया (विहिप) पर छह दिसंबर, 1992 को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 16वीं सदी की बाबरी मस्जिद गिराए जाने से पहले रामकथा कुंज में एक मंच से भाषण देने को लेकर मुकदमा चल रहा है। वह स्थान विवादित ढांचे से महज 200 मीटर की दूरी पर था। गिरिराज किशोर और सिंघल का निधन हो चुका है। न्यायमूर्ति पिनाकी चंद्र घोष और न्यायमूर्ति रोहिंटन फली नरीमन की सदस्यता वाली पीठ ने आपराधिक साजिश के मामले को बहाल करते हुए, मामले को रायबरेली से लखनऊ स्थानांतरित कर दिया। शीर्ष न्यायालय ने आडवाणी और अन्य के खिलाफ आपराधिक साजिश के मामले को हटाने के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मई 2010 के आदेश को चुनौती देने वाली सीबीआई की याचिका पर फैसला सुनाते हुए यह आदेश दिया।

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