जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने पेपर लीक प्रकरण में आगे कार्रवाई करते हुए राजस्थान विश्वविद्यालय की गोपनीय शाखा के फरार चल रहे महेश गुप्ता को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। महेश गुप्ता विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के विजिलेंस विभाग की टीम में था। उसने उसके पास आए पेपर को उसने अपने परिचितों को उपलब्ध कराया था। एसओजी महेश गुप्ता से पूछताछ करने में जुटी हुई है। महेश गुप्ता एम.कॉम से टॉपर है और गुप्ता की अब तक 7 पुस्तकें पब्लिश हो चुकी हैं।
एडीजी उमेश मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी भूगोल के प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय सुरेन्द्र कुमार सैनी निवासी टोंक रोड है। पूछताछ में सामने आया कि राजस्थान विश्वविद्यालय के एमए/एमएससी फाइनल भूगोल के पेपर (एडवांस ज्योग्राफी ऑफ इंडिया) का पेपर 17 अप्रैल को हुआ था। यह पेपर सुरेंद्र कुमार सैनी ने ही तैयार किया था। इस परीक्षा के पेपर के बारे में सुरेंद्र कुमार ने शंकरलाल को बताया और शंकर लाल के माध्यम से यह पेपर जेपी जाट व उससे आगे पहुंच गया। इस मामले में अभी तक 15 आरोपियों को एसओजी गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस कर्मियों के बच्चों को भी दिए पेपर
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सामने आया है कि राजस्थान विश्वविद्यालय और बीकानेर विश्वविद्यालय पेपर लीक प्रकरण से जुड़े आरोपियों ने कुछ पेपर अपने परिचित पुलिसकर्मियों को उनके बच्चों के लिए दिए थे। इस बात की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है कि यह पेपर किस-किस पुलिस अधिकारी तक पहुंचे हैं, लेकिन एसओजी इस मामले की जांच में जुटी है कि कितने पुलिसकर्मियों को और कहां-कहां पर किस-किस तरीके से पेपर उपलब्ध कराए गए हैं।
प्राइवेट कोचिंग सेंटरों पर नजर
एसओजी ने गिरफ्त में आए प्रोफेसरों से जुड़े प्राइवेट कोचिंग सेंटर पर भी नजर रखना शुरू कर दिया है। एसओजी ने अधिकारियों से जुड़े कोचिंग सेंटरों के संचालकों एवं अध्यापकों पर नजर रखकर जांच शुरू कर दी है।