पैसों की कमी, आलस्य, बुरी आदतों से और आत्मविश्वास में कमी
होने से व्यक्ति दरिद्र बन जाता है। धन की कमी होने के कारण ही व्यक्ति
को जीवनभर अपमान और उपेक्षा का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में महादेव की
पूजा-अर्चना और विशेषकर दारिद्रयदहन शिवस्त्रोत का जाप करने से कैसी भी
दरिद्रता दूर हो जाती है-
विचारों की दरिद्रता को तथा
धन की दरिद्रता को दूर करने के लिए शास्त्रों में शिवस्त्रोत को बहुत ही
शुभ माना गया हैं। दारिद्रयदहन शिवस्त्रोत के मन्त्रों के द्वारा शिव का
स्मरण करना बहुत ही लाभदायक होता हैं। शिव की भक्ति करने से मनुष्य जीवन के
सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
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दारिद्रयदहन शिवस्त्रोत को करने से मनुष्य के जीवन से दरिद्रता भी दूर हो जाती है। दरिद्रयदहन शिवस्त्रोत को करने के लिए माह का प्रत्येक सोमवार शुभ होता हैं। इसके आलावा इस स्त्रोत को आप प्रत्येक माह की प्रदोष चतुर्दशी, अमावस्या या पूर्णिमा की शाम को भी कर सकते हैं। शिव की उपासना करने के लिए रात्रि का समय बहुत ही शुभ होता हैं।
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शास्त्रों के अनुसार इस स्त्रोत को इन दिनों में से किसी एक दिन को करने से व्यक्ति की धन की कामना पूरी हो जाती हैं। शिवस्त्रोत को करने से व्यक्ति का जीवन में सुखमय व्यतीत होता हैं। दारिद्रयदहन शिवस्त्रोत का पाठ करने से व्यक्ति को धन की प्राप्ति एवं अच्छे रोजगार की प्राप्ति होती हैं। इस स्त्रोत को करने से व्यक्ति के जीवन में सुख – शांति बनी रहती हैं।
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शिवस्त्रोत के मन्त्रों का उच्चारण करने से सौभाग्य और विवाह से जुडी सभी मनोकामनाएं भी जल्दी पूर्ण हो जाती हैं इसलिए हमें शिव स्त्रोत का अवश्य स्मरण करना चाहिए।
ऐसा शक्तिशाली मंत्र कि सुनने से ही किस्मत बदल जाए
कैसे करें दारिद्रयदहन---
शिव पूजन
सर्वप्रथम प्रदोष काल में शिवलिंग को जल, दूध, बिल्वपत्र और सफेद आंकड़ा
समर्पित कर इस मंत्र का 16 बार उच्चारण करते हुए जलाभिषेक करेंl
मंत्र: ह्रीं ॐ नमः शिवाय ह्रीं॥
तत्पश्चात शिवलिंग पर धूप, दीप गंध, पुष्प दूध, अक्षत, धतूरा, बिल्वपत्र व
नैवेद्य अर्पित कर पंचोउपचार पूजन करें। पुष्प और अक्षत हाथ में लेकर
दारिद्रयदहन शिव स्तोत्र का पाठ कर कर्पूर चंदन जलाकर शिवलिंग की आरती
करेंl तत्पश्चात हाथ में लिए हुए फूल और पुष्प शिवलिंग पर अर्पित कर दें।
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