बेरोजगार कला शिक्षकों ने दिया चित्र व मूर्ति बनाने का ज्ञान

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 16 अप्रैल 2017, 4:31 PM (IST)

टोंक। कला शिक्षा से वंचित नन्हे बच्चों के लिए आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन टोंक जिले के ग्राम बरवास में रविवार को हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संरपच हनुमान प्रसाद बैरवा थे, अध्यक्षता प्रहलाद गुर्जर ने की, जबकि विशिष्ट अतिथि रमेश पारीक थे। दो दिवसीय निशुल्क कला शिक्षा कार्यशाला में प्रदेश से आए बेरोजगार कला शिक्षकों ने चित्रकला, मूर्तिकला, विजुअल आर्ट आदि कला प्रर्दशन के माध्यम से कला शिक्षा से वंचित गांव के नन्हे बच्चों को कला शिक्षा का ज्ञान दिया गया। उनको चित्र व मूर्ति बनाकर दिखाए गए। इस दौरान बच्चों ने भी सीटो पर चित्र बनाकर रंग भरे। बाद में उनकी प्रर्दशनी लगाई गई।

दो दिवसीय कार्यशाला में सीकर से सतवीर भास्कर, जम्मू के वरुण कुमार, कोटा के अंचल अरविंद, किशनगढ़ के मुकेश कुमावत, जयपुर के प्रमेंद्र कुमार मीना, वीरेंद्र प्रताप सिंह मोडिय़ाला, अनिरुद्ध शर्मा, जयदीप शर्मा, विकास शर्मा, लोकेश नाठा, विकास बब्लू, बादल शर्मा, ज्योति कुमावत, आरती सोनी, आरती सोनी, सुहानी विजय, टोंक के डॉ. हनुमान सिंह खरेड़ा, अजय मिश्रा, महेश गुर्जर, नरेंद्र साहू, गुरुदयाल कुमावत, संजय सोनी, शिवम सोनी आदि वरिष्ठ व युवा कलाकारों ने भाग लेकर नन्हे बच्चों को कला शिक्षा का ज्ञान प्रदान किया। इस अवसर पर बरवास ग्राम के सरपंच हनुमान प्रसाद बैरवा ने कला शिक्षा कार्यशाला व कलाकारों द्वारा प्रदेश स्तर पर अनूठी पहल की प्रशंसा की और विद्यालय स्तर पर कला शिक्षा योग्यता प्राप्त शिक्षकों से पढ़वाने के लिए कहा, ताकि इससे बच्चों का सृजनात्मक व रचनात्मक विकास हो सके। इस अवसर पर कलाकारों ने दो दिवसीय कार्यशाला में बने चित्र व मूर्तियां गांव के बच्चो को सप्रेम भेंट की और लोगों ने भी कलाकारों का सम्मान किया। इस अवसर पर गजानन गुर्जर, दुर्गाशंकर, अशोक शर्मा, धर्मराज गुर्जर, रतन लाल गुर्जर आदि ग्रामीण मौजूद थे।



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