वीरप्पा मोइली ने कहा, कांग्रेस को खुद पर ही भरोसा नहीं रह गया है

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 14 अप्रैल 2017, 1:28 PM (IST)

मुंबई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने ईवीएम के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी के फैसले पर नाराजगी जताई है। मोइली ने कहा कि कांग्रेस को अब खुद पर ही भरोसा नहीं रह गया है। कांग्रेस के अलावा कई और पार्टियों ने वोट टैम्परिंग का आरोप लगाया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने कहा कि पार्टी को आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति छोडऩी चाहिए। उन्होंने कहा कि ईवीएम का विरोध विपक्ष की निराशावादी मानसिकता को दर्शाता है। मोइली ने बताया कि पार्टी में बड़े बदलाव की जरूरत है, उसके बाद ही पार्टी को संकटों से उभारा जा सकता है।
जब उनसे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी ने 5 में से 3 राज्यों में अच्छा प्रदर्शन किया है, इससे पार्टी 2014 के ‘डेंजर जोन’ से वापस आ गई है। हालांकि उन्होंने 2019 के चुनाव के लिए रणनीति में बदलाव की जरूरत बताई है।
मोइली ने कहा, ‘पार्टी को अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाकर उन्हें पूरी जिम्मेदारी देनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि लोगों को कांग्रेस पर पूरा भरोसा है, लेकिन कांग्रेस को खुद पर भरोसा नहीं है।

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मोइली ने कहा कि पार्टी को अपनी नीतियों पर भी फिर से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हैं, लेकिन कांग्रेस ने कभी भी तुष्टिकरण की राजनीति नहीं की। मोइली ने कहा कि पार्टी को थोड़ा पीछे हटकर नए मोर्चों के बारे में सोचना चाहिए। सबसे पहले कांग्रेस को अपनी पुरानी इमेज पर काम करना चाहिए कि यह सभी धर्मों और जातियों की पार्टी है। कांग्रेस पर ‘अल्पसंख्यक समर्थक’ का टैग लग गया, इससे पार्टी को नुकसान हुआ है। जब उनसे पूछा गया कि क्या गठबंधन करने से कांग्रेस को फायदा होगा तो मोइली ने बताया कि जब तक कांग्रेस खुद को खड़ा नहीं करती है, तब तक कांग्रेस को किसी गठबंधन से कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘गठबंधन हमारी जरूरत हो सकते हैं, लेकिन लक्ष्य नहीं।’

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