हिसार।
सरकार द्वारा निजी परमिट दिये जाने के विरोध में रोडवेज का चक्का जाम
तीसरे दिन भी जारी रहा। सरकार से बातचीत सिरे न चढऩे पर जहां सरकार सख्ती
के मूड में है वहीं रोडवेज कर्मचारियों को भी दूसरे संगठनों का समर्थन
मिलना शुरू हो गया है। हिसार-दिल्ली रूट पर पिछले कई वर्षों से चल रही
कृष्णा बस सर्विस ने भी आज रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में हड़ताल कर दी
वहीं हरियाणा कर्मचारी महासंघ व बैंक कर्मचारी नेता भी धरनास्थल पर पहुंचे
और मजबूती से आंदोलन लडऩे का ऐलान किया।
बस अड्डे पर धरना दिये बैठे
कर्मचारियों को संबोधित करते हुए रोडवेज नेता दलबीर किरमारा, रमेश सैनी ने
कहा कि सरकार ओच्छे हथकंडे अपना रही है लेकिन कर्मचारी इनसे डरने वाले नहीं
है। इस बार केवल बातचीत या आश्वासन से काम नहीं चलेगा बल्कि सरकार को निजी
परमिट रद्द करने का नतीजा देना पड़ेगा, अन्यथा कर्मचारी चुप नहीं बैठेगा।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश का कर्मचारी विभाग हित व जनहित के इस मुद्दे
पर एकजुट है और सरकार को अपनी नीतियां बदलनी ही पड़ेगी। उन्होंने एकजुटता
के लिए विभाग की सभी यूनियनों को बधाई दी और उनका आभार जताया। हरियाणा
कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष कंवर सिंह यादव ने इस अवसर पर कहा कि
एकजुट रहने पर जीत होना निश्चित है। रोडवेज कर्मचारी यूनियन के
प्रदेशाध्यक्ष वीरेन्द्र धनखड़, महासचिव जगमोहन आंतिल व अन्य नेताओं ने भी
हड़ताली कर्मचारियों का हौंसला बढ़ाया।
डिपो में हड़ताल पर बैठे
कर्मचारियों को संबोधित करते हुए तालमेल कमेटी के सदस्य ओमप्रकाश बिश्नोई
ने कहा कि सरकार की तानाशाही कार्रवाई से रोडवेज कर्मचारियों में रोष है और
वे सरकार को मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि विभाग की सभी यूनियनों
की एकजुटता का ही परिणाम है कि पूरे प्रदेश में रोडवेज का पहिया जाम है और
एकजुटता के दबाव में ही सरकार को बार-बार बातचीत की अपील करनी पड़ रही है।
उन्होंने प्रदेशभर में कर्मचारी नेताओं व अन्य कर्मचारियों को निलंबित किये
जाने की निंदा करते हुए कहा कि इससे कर्मचारी डरने वाले नहीं है।
डिपो
कमेटी नेता राजपाल नैन, बहादुर संडवा, जयभगवान दहिया, सुभाष ढिल्लो,
कुलदीप पाबड़ा एवं अन्य नेताओं ने भी कर्मचारियों को संबोधित किया और
एकजुटता व चक्का जाम की सफलता पर कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि
यदि कर्मचारी इसी तरह डटे रहे तो कोई ताकत उनका हक नहीं मार सकती।
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हड़ताली
कर्मचारियों को सुरेंद्रमान, सुभाष किरमारा, जयभगवान बडाला, दलीप सोनी,
एमएल सहगल, विजय सिवाच, कुलदीप पाबड़ा, सुभाष ढिल्लो, सतपाल डाबला, विजय
सिवाच व वेद शर्मा आदि कर्मचारी नेताओं, बैंक कर्मचारी नेता वीएल शर्मा व
पूर्व कर्मचारी नेता एमएल सहगल, राजबीर सिंधु, रूपसिंह ने संबोधित किया।
शिक्षा विभाग, पशुपालन विभाग, आबकारी एवं कराधान विभाग, आयुक्त कार्यालय,
जनस्वास्थ्य विभाग व रोडवेज के रिटायर कर्मचारी संघ ने रोडवेज कर्मचारियों
की हड़ताल को अपना पूर्ण समर्थन दिया।
पांच कर्मियों को किया गया सस्पेंड
उधर,
सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। रोडवेज
जीएम खुबीराम कौशल ने बताया कि विभाग के निर्देशों पर डिपो के पांच
कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है। इनमें दो चालक राजेश मुकलान व विजय
सिवाच, दो परिचालक हरदीप व सुरेश तथा एक मैकेनिक सुखबीर शामिल है। उन्होंने
कहा कि मुख्यालय से उच्चाधिकारियों से जो निर्देश आएंगे, उसी अनुसार
कार्रवाई की जाएगी।
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