यू चंगशंग ने श्रीलंका की औपचारिक यात्रा की

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 09 अप्रैल 2017, 4:13 PM (IST)

बीजिंग । श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष करू जयसूर्या के निमंत्रण पर चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष यू चंगशंग ने 6 से 8 अप्रैल तक श्रीलंका की औपचारिक यात्रा की। उन्होंने राष्ट्रपति मैत्रीपालासिरिसेना, प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे और संसद अध्यक्ष करू जयसूर्या के साथ वार्ता की। सिरिसेना से मुलाकात के दौरान यू चंगशंग ने कहा कि चीन और श्रीलंका पारंपरिक मित्रवत पड़ोसी देश हैं। दोनों देशों की जनता के बीच आवाजाही का इतिहास बहुत पुराना है। राजनयिक संबंध की स्थापना के बाद से लेकर अब तक चीन और श्रीलंका मूल एवं महत्वपूर्ण हितों वाले मुद्दों पर एक दूसरे का समर्थन करते हैं। द्विपक्षीय आपसी लाभ वाले सहयोग से दोनों देशों की जनता को वास्तविक लाभ मिला है। साल 2014 में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने श्रीलंका की राजकीय यात्रा की और श्रीलंकाई नेता ने चीन का दौरा किया। दोनों देशों के नेताओं ने चीन-श्रीलंका संबंध के विकास के लिए समान रुप से रणनीतिक योजना बनाई। इस वर्ष चीन-श्रीलंका राजनयिक संबंध की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है। दोनों पक्षों को इसका लाभ उठाते हुए उच्च स्तरीय आवाजाही बरकरार रखते हुए राजनीतिक आपसी विश्वास को गहराना चाहिए। इसके साथ ही विकास की रणनीति जोड़कर साथ-साथ “एक पट्टी एक मार्ग”के निर्माण की जरूरत है। मानविकी आदान-प्रदान मज़बूत करते हुए रणीतिक सहयोग और साझेदार संबंध के लगातार विकास को आगे बढ़ाएंगे।सिरिसेना ने कहा कि श्रीलंकाई जनता चीन का सम्मान करती है। वर्तमान में द्विपक्षीयसंबंध नए चरण में प्रवेश कर चुका है। श्रीलंका एक चीन की नीति का निरंतर पालन करता है और चीन के साथ घनिष्ठ उच्च स्तरीय आवाजाही बरकरार रखने की अपेक्षा है। इसके साथ ही आर्थिक व्यापारिक सहयोग का विस्तार करते हुए अंतरराष्ट्रीय मामलों में समन्वय और एक दूसरे का समर्थन करने को तैयार है। प्रधानमंत्री रानिलविक्रमसिंघे से मुलाकात के समय यू चंगशंग ने कहा कि इधर के सालों में चीन-श्रीलंका संबंध का सर्वांगीण विकास हो रहा है, वास्तविक सहयोग दिन ब दिन गहराया जा रहा है और महत्वपूर्ण परियोजनाओं के सहयोग में सक्रिय प्रगति हासिल हुई है। दोनों पक्षों के अपनी-अपनी श्रेष्ठता दिखाते हुए सहयोग की निहित शक्ति खोजनी चाहिए। 21वीं शताब्दी समुद्री रेशम मार्ग का समान रुप से निर्माण करते हुए मुक्त व्यापार वार्ता में गति दी जानी चाहिए। इसके साथ ही समुद्र, पर्यटन और उत्पादन क्षमता जैसे क्षेत्रों में सहयोग का लगातार विस्तार करने की जरूरत है। ताकि आपसी लाभ और समान जीत, समान विकास को बखूबी अंजाम दिया जा सके। श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष करू जयसूर्यासे भेंट के दौरान यू चंगशंग ने कहा कि श्रीलंका का समाज स्थिर है, आर्थिक विकास बढ़ रहा है, जनता का जीवन स्तर लगातार उन्नत हो रहा है। यह देखकर मैं बेहद खुश हूँ। चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन श्रीलंकाई संसद के साथ आदान-प्रदान और सहयोग मज़बूत करने को तैयार है, ताकि द्विपक्षीय संबंध और सहयोग की मज़बूती के लिए योगदान किया जा सके। श्रीलंका की यात्रा के दौरान यू चंगशंग ने राष्ट्रपति सिरिसेना के साथ चीन की सहायता से बन रहे श्रीलंकाई राष्ट्रीय अस्पताल के क्लिनिक इमारत के निर्माण की नींव रखने के समारोह में भाग लिया। यू चंगशंग संसद अध्यक्ष करू जयसूर्याके साथ चीन-श्रीलंका राजयनिक संबंध की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के सत्कार समारोह में उपस्थित हुए।उन्होंने चीन-श्रीलंका मैत्री से जुड़ी चित्र प्रदर्शनी को देखा। यू चंगशंग ने बंदरानाइक की स्मृति के लिए पिछली शताब्दी के 70 के दशक में चीन की सहायता से निर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भवन का दौरा भी किया, जहां उन्होंने“चावल रबर संधि”पर हस्ताक्षर करने वाले श्रीलंकाई प्रतिनिधि, पूर्व व्यापार मंत्री सेनानायक के संतान से मुलाकात की। स्रोत : चाइना रेडियो इंटरनेशनल, बीजिंग

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