बॉलीवुड गलियारों में इन दिनों अक्षय कुमार की बेहद चर्चा हो रही है। यह चर्चा उनकी जॉली एलएलबी-2 को लेकर नहीं बल्कि इस बात पर हो रही है आखिर क्या सोचकर उन्होंने शाहरुख खान से टकराव मोल लिया है। क्योंकर वे शाहरुख खान के गिरते हुए करिअर को और गिराने पर तुले हैं। वर्तमान में अक्षय कुमार निश्चित रूप से शाहरुख खान से बडे सितारे हैं। उनकी फिल्म हिट हो रही हैं और शाहरुख खान की फिल्मों को दर्शक नकार रहे हैं। कहने को तो शाहरुख खान की फिल्म रईस ने इस वर्ष बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड का कारोबार किया है, इसके बावजूद यह असफल फिल्म है। इम्तियाज अली की आगामी 11 अगस्त को प्रदर्शित होने वाली फिल्म ‘रहनुमा’ (अभी शीर्षक तय नहीं) से शाहरुख खान को अपने करिअर को एक बार फिर से ऊपर उठने की उम्मीद थी, वह अब निराशा में बदल रही है। इस दिन अक्षय कुमार ने 2 जून को प्रदर्शित होने वाली ‘टॉयलेट: एक प्रेमकथा’ को उनके सामने प्रदर्शित करने की घोषणा कर दी है। अक्षय की इसी घोषणा ने अभी से यह तय कर दिया है कि शाहरुख खान की एक और फिल्म असफल होगी। डालते हैं एक नजर उन कारणों पर जिनके चलते अक्षय कुमार ने अपनी फिल्म को 2 जून के स्थान पर 11 अगस्त को प्रदर्शित करने का मानस बनाया है—
अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भारत-पाक क्रिकेट मैच और रमजान का महीना
मई के अंतिम
सप्ताह में रमजान शुरू हो रहा है ऐसे में 2 जून को प्रदर्शित होने वाली
फिल्म कारोबार के लिहाज से ठीक नहीं रहता है। रमजान माह में मुस्लिम समुदाय
सिनेमाघरों में कम आता है। इसके साथ ही 4 जून रविवार को भारत-पाकिस्तान के
मध्य चैपियंस ट्रॉफी का क्रिकेट मैच होने वाला है। जब-जब भारत-पाकिस्तान
के मध्य क्रिकेट मैच होता है, वह युद्ध की स्थिति बया करता है ऐसे में
रविवार 4 जून को दर्शक सिनेमाघरों में नहीं बल्कि टीवी के सामने बैठकर मैच
के रोमांस का लुत्फ उठायेंगे, जिसके चलते फिल्म का कारोबार बहुत ज्यादा
प्रभावित होता और यह फिल्म सफलतम फिल्मों में शुमार होने के स्थान पर आंशिक
सफल फिल्मों में शुमार होती जो शायद अक्षय कुमार नहीं चाहते।
बचपन में ऐसे दिखते थे आपके पसंदीदा स्टार्स
अन्य फिल्मों का लगातार प्रदर्शन, कम मिलते प्रदर्शन के दिन
जून
माह ऐसा है जब बॉलीवुड की दूसरी कई बडी और चर्चित फिल्मों का प्रदर्शन
होना है। इस माह में ‘राब्ता’, ‘ट्रांसफॉमर्स’ और ‘ट्यूबलाइट’ का प्रदर्शन
होने जा रहा है। इन फिल्मों में सबसे भारी फिल्म है सलमान खान की
‘ट्यूबलाइट’ जो ईद पर प्रदर्शित होने वाली है। सलमान खान के प्रशंसक ऐसे
हैं जो उनकी फिल्म को देखने के लिए कई सप्ताह पहले से सिनेमाघरों से दूर हो
जाते हैं। एक तो रमजान, ऊपर से क्रिकेट मैच और फिर सलमान खान, निश्चित रूप
से दर्शक अक्षय की फिल्म के स्थान पर इनको ज्यादा महत्त्व देंगे।
‘शोले’ एक दृश्य को फिल्माने में लगा इतना वक्त, आज बनती हैं 6 फिल्में
टकराव से होगा लाभ
शाहरुख
खान की फिल्म निश्चित रूप से अक्षय कुमार की फिल्म से बडी फिल्म है। टकराव
के चलते चर्चाओं में पहले शाहरुख खान की फिल्म का नाम आएगा,उसके बाद अक्षय
की फिल्म का। जैसा कि इस वर्ष की शुरूआत में रईस बनाम काबिल हुआ। टकराव के
चलते अक्षय की फिल्म को मीडिया में ज्यादा चर्चा मिलेगी, जिसके चलते
दर्शकों के जेहन में स्वत: ही अक्षय कुमार छाये रहेंगे। ऐसे में अक्षय की
फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा फायदा मिलेगा।
छुट्टियों से भरा लंबा वीकेंड
स्वतंत्रता
दिवस का सप्ताह फिल्म प्रदर्शन का उत्तम समय है। यह बात अक्षय कुमार अच्छी
तरह से समझ चुके हैं। गत वर्ष उनकी फिल्म ‘रूस्तम’ ने इस सप्ताह में
प्रदर्शित होकर बॉक्स ऑफिस पर उम्मीद से ज्यादा सफलता प्राप्त की थी। 11
अगस्त 2017 से छुट्टियां हैं। पहले शुक्रवार, 12 को दूसरा शनिवार, 13 को
रविवार, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी और 17 अगस्त को पारसियों
का नया साल। कहने का तात्पर्य 11 अगस्त से 19 अगस्त अर्थात् नौ दिन बॉक्स
ऑफिस पर धूम मचाने को मिलेंगे।
सोनम के साथ बचपन में हुई ऐसी छेडछाड, आज तक भुला नहीं पाई
शाहरुख खान को मिलेंगी ज्यादा स्क्रीन्स
शाहरुख
खान असफल हैं इसके बावजूद उनकी फिल्म को अक्षय कुमार की फिल्म ज्यादा
स्क्रीन्स मिलेंगी। इसका एक कारण यह भी है जिस वितरक के पास शाहरुख खान की
फिल्म के वितरण अधिकार हैं, उसी के पास सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट के
वितरण अधिकार हैं, जिसके चलते वह सिनेमाघरों और एक्जीबिटरों पर दबाव बनाकर
ज्यादा से ज्यादा सिनेमाघरों में अपनी फिल्म का प्रदर्शन चाहेगा। सलमान खान
की फिल्म के लिए हर कोई सिनेमाघर, एक्जीबिटर शाहरुख की फिल्म को दिखाने
में रुचि लेगा। इसी के चलते अक्षय कुमार की फिल्म को कम स्क्रीन्स और शोज
मिलेंगे।
इस तस्वीर में पहचानिये आज के सुपरस्टार को?
वैसे भी अक्षय कुमार की यह फिल्म ऐसी नहीं है जिसे देखने
के लिए दर्शकों में बहुत उत्साह हो। इस फिल्म की सफलता में सबसे बडा हाथ
माउथ पब्लिसिटी का रहेगा। यदि फिल्म दर्शकों को पसन्द आई तो मुंह से तारीफ
निकलेगी और यही तारीफ बॉक्स ऑफिस पर चांदी बरसाने में कामयाब होगी। इस बात
को समझने के ऋतिक रोशन की काबिल का जिक्र किया जा सकता है। प्रदर्शन के
शुरूआती दौर में रईस से यह फिल्म पिछड रही थी लेकिन बाद में अपनी माउथ
पब्लिसिटी के जरिये इसे बॉक्स ऑफिस पर सफलता प्राप्त की।
अतीत के झरोखे
में झांके तो पाते हैं जब-जब अक्षय कुमार शाहरुख खान के सामने आए हैं
उन्हें असफलता हाथ लगी। अब परिदृश्य बदल चुका है। आज शाहरुख उतार पर हैं और
अक्षय चढाव पर। ऐसे में देखने वाली बात है कि इतिहास खुद को दोहराता है या
इस बार बदलता है अर्थात् शाहरुख को जीत मिलती है या फिर अक्षय कुमार
बॉलीवुड के ‘खिलाडी’ सिद्ध होते हैं।