बारां। कवाई के बरावदा के श्री कंकाली माता के मेले
में कलश यात्रा के साथ संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा प्रारम्भ हुई जिसमें श्री
चतुर्भुज नाथ मन्दिर से कलश यात्रा निकाली गई, जो मुख्य मार्गों से होती
हुई मेला स्थल पहुँची, जहाँ पर जगह-जगहयात्रा का पुष्प वर्षा कर
स्वागत किया गया।
प्रथम दिन कथावाचक पंडित
मुकुट बिहारी शास्त्री ने कहा कि अहंकार ही में अभिमान में चूर इंसान
छोटे-बड़े की इज्जत करना भी भूल जाता है। वह हमेशा अपने आपको ही श्रेष्ठ
मानता है जबकि सन्तजन इंसान को साथ लेकर चलने की हिदायत देते हैं।
उन्होंने कहा कि महापुरूष परोपकारी होते हैं जो मानव को मानव बनाने की सीख
देते हैं। मानवता कायम रहेगी तो मानव जीवन कायम रहेगा क्योंकि मानव को
रूतबा ऊँचा उठाने के लिये सत्य से जुड़ना होगा। मेला समिति के अध्यक्ष
नरेन्द्र सिंह गुर्जर ने बताया कि कथा समय 11 बजे से 4 बजे तक रहेगा और
रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।