नोएडा। मुख्यमंत्री का पद भार
सम्भालते ही योगी आदित्यनाथ ने सफाई की मुहीम छेडी जो अब
रंग लाने लगी है। जहां एक तरफ जिले के पुलिस महकमे में अपनी
उंची पहुंच और सिफारिश से सालों तक एक
जगह जमे बैठे पुलिस वालों की सफाई हो रही है वहीं दूसरी ओर पुलिस वाले बंदूक की जगह झाडू थाम कर, थानों और कोतवालियों की सफाई
में जुटे है।
पुलिस विभाग में योगी की सरकार के सत्ता में आने के बाद से सफाई
अभियान जारी है। 37 पुलिसकर्मियो लाइन हाजिर करने के साथ सौ
से ज्यादा पुलिसकर्मियो पर कार्रवाही हो चुकी है। 87 पुलिसकर्मियो
को लाइन हाजिर और तबादला, 18 पर निलम्बन की कार्रवाही
हो चुकी है। इन सिपाहियों पर आरोप है कि ये अवैध बसूली करते
थे। लेकिन पुलिस के कप्तान इसे पनीसमेंट नही मानते है और रूटिन कार्रवाई बताते है। जो आदर्श आचार संहिता लगने के कारण रूक
गई थी जिसपर अब कार्रवाई हो रही है।
अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पुलिस कप्तान भले ही इसे रूटिन कार्रवाई बता रहे हो, लेकिन बीते पांच साल पुलिस विभाग की ऐसी सफाई नही हुई है। जिले में एक और सफाई अभियान चल रहा है लेकिन ये अभियान पुलिस विभाग में नही पुलिस वाले चला रहे है। जिसके तहत अपने कार्यस्थलों को साफ-सुथरा करने के लिए पुलिसवालों ने बंदूक की जगह झाडू थाम रखी है। थाने, चौकी, कोतवाली और कंट्रोलरूम की सफाई में जुटे है। इसके अलावा डस्टबिन रखे जा रहे है और आगन्तुको की जागरूकता के लिए श्लोगन लिखे पोस्टर भी लगाये जा रहे हैं।
सफाई सदैव अच्छी होती है वह चाहे तन, मन, समाज या घर की हो। लेकिन पुलिस के लिए आदर्श सफाई अभियान वहीं है जो समाज से अपराध का सफाया करे।