नई सरकार को खुश करने में जुटे हैलट प्राचार्य

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 21 मार्च 2017, 1:44 PM (IST)


कानपुर। प्रदेश में सरकार बदलते ही सभी विभागों के आलाधिकारी अपने काम का तरीका बदल दिया। इसी क्रम में हैलट प्राचार्य भी नई सरकार को खुश करने के लिए सालों से लटके न्यूरो सर्जन विभाग का आनन-फानन में उद्घाटन कर दिया। प्राचार्य के इस फैसले से शहर में चर्चा का बिन्दु बन गया।
जीएसवीएम कॉलेज से संबद्ध हैलट अस्पताल में पिछली सरकार ने अलग न्यूरो सर्जन विभाग बनाने की हरी झण्डी दी थी। सालों से कछुए की चाल से काम हो रहा था। लेकिन प्रदेश में योगी सरकार बनते ही प्राचार्य पशोपेश में आ गये। जिसके चलते सोमवार को आधे-अधूरे निर्माण कार्य के बाद भी न्यूरो सर्जन विभाग का उद्घाटन कर दिया। जिसके चलते हैलट के मरीजों, तीमारदारों व शहरवासियों में अनायास इस बदलाव की चर्चा होने लगी। यही नहीं अब डाक्टर भी मरीजों से अपने बर्ताव में सुधार ला रहें है। तीमारदार रंजीत सिंह ने का कहना है कि प्राचार्य नई सरकार में अपनी वाहवाही के लिए ऐसा किया है। इसी तरह काकादेव के बनवारी लाल ने कहा कि सरकार का असर है जिसके चलते प्राचार्य सरकार को खुश करने के लिए इस तरह की तत्परता दिखा रहें है। प्राचार्य नवनीत कुमार ने कानपुर मेडिकल कॉलेज पैरा मेडिकल कॉलेज के स्टेज में है, जहां पर न्यूरो साइंस की अलग से बिल्डिंग तैयार की गयी है। इस विभाग में न्यूरो सर्जरी और न्यूरोलॉजिक विभाग बनाया जा रहा है। इस विभाग में कुल 102 बेड मरीजों के लिए लगाए जाएंगे। जिसमें 77 बेड वार्डस के अंदर होंगे और 25 बेड आईसीयू में होंगे। कहा कि अभी यहाँ पूरी तरह से इलाज होने में एक महीने का समय लगेगा।

न्यूरोलॉजी के तेजी से बढ़ रहे मरीज

प्राचार्य ने बताया कि शुरूआत में ईसीजी, ईईजी मशीन का प्रयोग शुरू कर दिया जाएगा। अभी यहां मरीजां की भर्ती में भी समय लगेगा। न्यूरोलॉजी एक जटिल विषय है, और प्रदेश में इसके मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। न्यूरोलॉजी की वजह से मरीजों में जो स्ट्रोक मोटरलिटी होती है वह पूरे देश में हर साल करीब छह लाख है। इसकी मोटरलिटी और हार्ट के मरीजो की मोटरलिटी लगभग बराबर है।

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