चंडीगढ। जीडीपी के ताजा आंकडों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पर तंज कसाना वहां के विद्यार्थी को नागवार गुजरा है और प्रतिक्रिया बाबत उसने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कडे शब्दों में पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया है कि अर्थशास्त्रियों और विश्वसनीय अकादमिक संस्थानों का मजाक उडाने से भारत दुनिया से सिर्फ अलग-थलग पडेगा। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में लोक नीति में मास्टर डिग्री का पाठ्यक्रम कर रहे चंडीगढ निवासी प्रतीक कंवल के पत्र को ऑनलाइन जारी किया गया और यह इंटरनेट पर फैल गया। चि_ी में लिखा कि मोदी ने पिछले सप्ताह जब उत्तर प्रदेश में एक चुनाव रैली में ये टिप्पणियां की थी तब केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित कर रहे थे और उन्होंने यूनिवर्सिटी, छात्रों से आपकी सरकार के साथ सहयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की टिप्पणियां उनके जैसे भारतीयों को दूर करेंगी जो विदेश में पढाई के बाद स्वदेश लौटना चाहते हैं।
[ अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
[ यकायक सुलग उठता है घर में रखा सामान...]
गौरतलब है कि जीडीपी के ताजा आंकडों के साथ मोदी ने पिछले सप्ताह
अर्थशास्त्रियों और अपने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर परोक्ष तंज कसा
था, जिन्होंने कहा था कि केंद्र के नोटबंदी के फैसले के चलते कम संवृद्धि
दर रहेगी। उन्होंने कहा था, बडे विद्वान, कुछ हार्वर्ड से, कुछ ऑक्सफोर्ड
से...कुछ ने कहा है कि जीडीपी में दो फीसदी की गिरावट (नोटबंदी के बाद)
आएगी जबकि अन्य ने चार फीसदी की गिरावट की बात कही, लेकिन देश ने देख लिया
कि हार्वर्ड के लोग क्या सोचते हैं और कडी मेहनत करने वाले लोग क्या सोचते
हैं।
अपने पत्र में कंवल ने कहा है कि भारत जैसे विविधता वाले देश
के विकास के लिए आपको उन लोगों की मदद की जरूरत है जो अलग दृष्टिकोण पेश
करते हैं। अर्थशास्त्रियों और विश्वसनीय अकादमिक संस्थानों का मजाक उडाने
से हम दुनिया में सिर्फ अलग-थलग ही पड़ेंगे। खुद को कडी मेहनत करने वाला एक
राष्ट्रवादी बताते हुए छात्र ने कहा कि हम साक्ष्य के आधार पर सीखने की
प्रवृत्ति में प्रशिक्षित हैं जो नीतियों को बनाने और प्रभावी रूप से लागू
करने में मदद करता है ताकि नोटबंदी जैसी आपदाओं से निपटा जा सके। कंवल ने
यह दावा भी किया कि हार्वर्ड के पूर्व छात्र मोदी कैबिनेट में और पीएमओ में
अहम पदों पर हैं।