विधानसभा चुनाव: अंतिम चरण में यूपी में 60.3, मणिपुर में 86 प्रतिशत मतदान

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 08 मार्च 2017, 08:25 AM (IST)

लखनऊ/इंफाल। यूपी में सातवें व मणिपुर में दूसरे चरण की वोटिंग शाम 5 बजे संपन्न हो गई। उत्तर प्रदेश में 60.3 प्रतिशत मतदान हो गया है। वहीं मणिपुर में 86 फीसदी वोटिंग हो गया है। मतदान केंद्रों में 5 बजे बाद भी कतारें थीं।

यूपी में 2 बजे तक 41 प्रतिशत मतदान-

2 बजे तक 41 फीसदी मतदान हुआ है। इससे पहले सुबह 9 बजे तक 11.79 फीसदी मतदान हुआ है। गाजीपुर में 13 प्रतिशत, मिर्जापुर में 13.2 प्रतिशत, वाराणसी में 11.97 प्रतिशत, सोनभद्र में 11 प्रतिशत, जौनपुर में 10.87 प्रतिशत, भदोही में 12.00 प्रतिशत और चंदौली में 10.5 प्रतिशत मतदान हुआ है।

मिर्जापुर के अहरौरा मदारपुर बूथ संख्या 229 की विधानसभा माडि़हान पर ईवीएम खराब की शिकायत आई है। राणा प्रताप मतदान केंद्र रतनगंज में बूथ संख्या 244, 245 में ईवीएम में खराबी होने की मतदाताओं ने शिकायत की है

वाराणसी के कैंट विधानसभा के नगर निगम बूथ पर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की शिकायत की। कई लोगों के वोटर लिस्ट से नाम गायब है।

मणिपुर में 1 बजे तक 67 प्रतिशत मतदान-
मणिपुर में 1 बजे तक 67 प्रतिशत वोटिंग हो चुकी है। मणिपुर के सीएम ओक्राम इबोबी सिंह ने मतदान करने के बाद कहा कि हमें बहुमत मिलेगा। सीएम ओक्राम इबोबी सिंह के पुत्र ने मतदान किया और उन्होंने कहा कि हमारी जीत पक्की है।

सात जिलों में कुल 40 विधानसभा क्षेत्र
कुल वोटर- 1,41,88,233
पुरुष वोटर- 76,87,816
महिला वोटर- 64,99,711
थर्ड जेंडर- 706
युवा वोटर- 2,42,414 (18-19 वर्ष)
दिव्यांग वोटर- 63,227
कड़ी निगरानी
- 750 मतदान केन्द्रों पर डिजिटल कैमरे
- 783 मतदान केन्द्रों पर वीडियो कैमरे
- 1596 मतदान केन्द्रों पर वेब कास्टिंग
- माइक्रो आब्जर्वर 1,58
- संवेदनशील मतदान केन्द्र -3,246
- संवेदनशील मतदान स्थल- 1,843
- संवेदनशील मजरे- 722
सातवें चरण के चुनाव में दलवार प्रत्याशी
- बसपा- 40
- भाजपा- 32
- भाकपा- 14
- माकपा- 06
- कांग्रेस- 09
- राकांपा- 05
- रालोद- 21
- सपा- 31
- छोटे दल- 238
- निर्दलीय- 139

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चुनावी चक्रव्यूह के सातवें द्वार पर चुनौतियां सभी दलों के सामने हैं। सपा-कांग्रेस गंठबंधन के सामने वर्ष 2012 के प्रदर्शन को दोहराने का मुश्किल लक्ष्य है तो भाजपा के सामने 2014 के लोकसभा चुनाव में मिली बढ़त को बरकरार रखने की चुनौती है। इन दोनों दलों के साथ ही बसपा हाथी की चाल बढ़ाने के लिए ताकत झोंके हुए है। यूपी के काशी में तो यह जंग मानो चुनावी उत्सव की तरह है। शोरगुल भरे माहौल में बाबा विश्वनाथ यहां सभी दलों का इम्तिहान ले रहे हैं। यहां स्थानीय सांसद होने के कारण काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिष्ठा भी दांव पर है।

यही कारण है कि पीएम मोदी लगातार तीन दिन तक काशी में रोड शो और रैलियां कर भाजपा के लिए माहौल बनाने में जुटे रहे। सियासी जानकारों का कहना है कि यह पहली बार है जब कोई प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में विधानसभा चुनाव के लिए इतना ज्यादा सक्रिय है।

मणिपुर में दूसरे चरण के तहत 7.59 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस चरण में 98 उम्मीदवार हैं जिसमें से चार महिलाएं हैं। दूसरे चरण में पांच जिलों थौबल, उखरुल, चंदेल, तामेंगलोंग और सेनापती में 1,643 मतदान केंद्र हैं।

सभी की नजर थौबल विधानसभा सीट पर हैं जहां से मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं। मणिपुर में लागू सशस्त्रबल विशेषाधिकार अधिनियम (विशेष शक्तियां) 1958 के खिलाफ 16 वर्षों तक अनशन करने वाली मानवाधिकार कार्यकर्ता शर्मिला ने राजनीति में प्रवेश कर लिया है। अन्य निर्वाचन क्षेत्र जिस पर सबकी नजर है, वह है नुंगबा जहां से उपमुख्यमंत्री गेखानगम दौड़ में है।

राज्य में मंगलवार को हुए दोहरे बम विस्फोट के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। भारत, म्यांमार सीमा के पास असम राइफल्स और मतदान केंद्र पर तैनात अधिकारी घायल हो गए थे।

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