लखनऊ।
बलात्कार के आरोपी उत्तर प्रदेश के फरार कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति
अभी भी फरार है। मंत्री गायत्री एसटीएफ को चकमा देकर भाग गए। पुलिस सूत्रों
के अनुसार सोमवार रात खबर मिली कि गायत्री जेवर टोल प्लाजा के पास अपने दो
साथियों के साथ गुजरेंगे। एसटीएफ ने जेवर टोल प्लाजा पर छापा मारकर
गायत्री के दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन वो फरार हो गया। इस
मामले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को
गायत्री के नगर चंद्रपाल की गिरफ्तारी हुई थी और अब लेखपाल अशोक तिवारी और
एक और आरोपी आशीष शुक्ला को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। चंद्रपाल गायत्री
प्रजापति के गनर का कहना है कि मंत्री के करीबी होने की वजह से उसे फंसाया
गया है। बलात्कार के आरोपी यूपी के मंत्री गायत्री प्रजापति आज सरेंडर कर
सकते हैं।
आपको बता दें कि 17 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद
गायत्री के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। पहले पुलिस ने गायत्री को गिरफ्तार
नहीं किया और अब पुलिस उन्हें ढूंढ रही है तो वो फरार है।
गायत्री
प्रजापति को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिली। कोर्ट ने
गिरफ्तार पर रोक वाली गायत्री की याचिका खारिज कर दी। गायत्री तो अभी फरार
हैं लेकिन गैंगरेप के केस में एक आरोपी चंद्रपाल ने कल सरेंडर कर दिया।
चंद्रपाल गायत्री प्रजापति का गनर है और उसका कहना है कि मंत्री के करीबी
होने की वजह से उसे फंसाया गया है।
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वैसे फंसाने का आरोप तो गायत्री प्रजापति भी लगाते रहे हैं, लेकिन सच ये है
कि केस दर्ज होने के बाद खुद को कानून के हवाले करने की जगह वो फरार हो गए
हैं। इस पूरे मामले पर अखिलेश की सरकार भी विरोधियों के निशाने पर है,
लेकिन अखिलेश कह रहे हैं कि कानून अपना काम करेगा।
अखिलेश की सरकार पर
सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि 2014 में पुलिस ने महिला की शिकायत पर
कार्रवाई नहीं की। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज होने के बाद भी
गायत्री खुलेआम घुमते रहे। चुनाव प्रचार करते रहे, लेकिन उन्हें गिरफ्तार
नहीं किया। जब अमेठी में गायत्री के इलाके में चुनाव खत्म हुआ तब पुलिस की
की नींद खुली और जब पुलिस जागी तब गायत्री फरार हो गए।