उदयपुर। संभाग में रियासत काल में मगरा जिले के रूप में अस्तित्व में रहा सराड़ा कस्बा एक बार फिर अपने अधिकार को पुन: पाने के लिए आंदोलन की राह पर उतारू है। इसी कड़ी में बुधवार को सराड़ा जिला बनाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने कस्बे को बंद रख कर सरकार तक अपनी बात पहुंचाई। इस दौरान कस्बे के साथ आसपास के इलाके के लोगों ने भी प्रतिस्थान बंद रख कर विरोध दर्ज कराया।
संघर्ष समिति के बैनर तले बुधवार को हजारों लोगों ने कस्बे में चेतावनी रैली निकाल कर जन सभा का आयोजित किया। सभा में सभी लोगों ने सराड़ा को जल्द से जल्द जिला बनाने की मांग की। यही नहीं संघर्ष समिति ने तय किया है कि सरकार अगर सराड़ा को जिला बनाती है तो इस जिले का नाम महाराणा प्रताप के नाम से रखा जाएगा।
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बंद के दौरान चावंड, केजड़, सततड़ा, सुरखंड खेड़ा, सेपुर, नीमच, कातनवाड़ा, परसाद सहित कई गावों के लोगों ने भाग लिया।