राज्यपाल के अभिभाषण में विपक्ष का हंगामा

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 23 फ़रवरी 2017, 11:03 AM (IST)

जयपुर। प्रदेश की 14वीं विधानसभा का आठवां सत्र गुरुवार को प्रारंभ हुआ। हालांकि बजट सत्र का शुभारंभ हंगामे के साथ हुआ। जब राज्यपाल कल्याण सिंह ने अभिभाषण प्रारंभ किया, तब विपक्षी कांग्रेस के विधायकों ने भ्रष्टाचार सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। कई विपक्षी विधायक नारेबाजी करते हुए वैल में आ गए।

राज्यपाल सिंह ने अभिभाषण में सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी और बताया कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से किस प्रकार से लोगों को लाभ पहुंच रहा है। हंगामे के कारण संसदीय मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने राज्यपाल से प्रार्थना की कि वह अभिभाषण की अंतिम लाइनें पढ़ दें, जिससे कि अभिभाषण को पढ़ा हुआ मान लिया जाए। क्योंकि राठौड़ का कहना था कि विपक्ष का आचरण सही नहीं है। कई विपक्षी विधायक विरोध करते हुए वैल में ही बैठ गए। इन विधायकों में किरोड़ीलाल मीणा, गोलमा देवी सहित अन्य विधायक सम्मिलित थे।
इसके बाद पूर्व दिवंगत सदस्यों को शोकाभिव्यक्ति के बाद सदन सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

विधानसभा में शोकाभिव्यक्ति

चौदहवीं विधानसभा के अष्टम सत्र के पहले दिन गुरुवार को 3 पूर्व राज्यपालों, 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों, 3 पूर्व सासंदों तथा विधानसभा के बारह पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित गई। सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं की शांति और उनके परिजनों को बिछोह सहन करने के लिए शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।

विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने शोक प्रस्ताव रखते हुए दिवंगत व्यक्तियों द्वारा राजनीतिक, सामाजिक एवं अन्य क्षेत्रों में दी गई सेवाओं की सराहना की। मेघवाल ने आंध्र प्रदेश एवं तमिलनाडु के पूर्व राज्यपाल एवं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुरजीत सिंह बरनाला के व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए कहा कि वे केन्द्र सरकार में कृषि, खाद्य एवं सिंचाई तथा रसायन एवं उर्वरक तथा खाद्य मंत्रालयों के मंत्री भी रहे। साथ ही उन्होंने पुडुचेरी के प्रशासक के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रहे बरनाला ने 1942 में ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन में भाग लिया। बहुमुखी प्रतिभा के धनी बरनाला ने कई पुस्तकें लिखीं और पेंटिंग्स भी बनाईं।

पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव पिछड़े लोगों के उत्थान के लिए किए महत्वपूर्ण कार्य

मेघवाल ने मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में यादव ने आर्थिक, शैक्षणिक तथा सामाजिक दृष्टि से पिछड़े लोगों के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। मेघवाल ने कहा कि उन्होंने विभिन्न सामाजिक आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग लिया तथा अनेक बार जेल यात्राएं भी कीं। मजदूर संगठनों से संबद्ध रहे यादव ग्रामीणों तथा मजदूर वर्ग के कल्याण के लिए सदैव संघर्षरत रहे।

सैन्य सेवा के दौरान कई ऑपरेशंस में सक्रिय रहे असम के पूर्व राज्यपाल


विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जम्मू-कश्मीर एवं असम के पूर्व राज्यपाल एस.के. सिन्हा ने सैन्य सेवा के दौरान प्लाटून से फील्ड आर्मी तक विभिन्न पदों पर रहते हुए अनेक ऑपरेशंस में सक्रिय रूप से भाग लिया। वे मिलिटरी इंटेलिजेन्स के निदेशक तथा वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ भी रहे। ‘परम विशिष्ट सेवा मेडल’ से सम्मानित सिन्हा नेपाल में भारत के राजदूत भी रहे।

अम्मा के नाम से प्रख्यात हुईं पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री जे. जयललिता के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मेघवाल ने कहा कि पांच बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रहीं सुश्री जयललिता अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं के कारण ‘अम्मा’ के नाम से प्रख्यात थीं। मेघवाल ने कहा कि 15 वर्ष की उम्र से अभिनय की शुरुआत करने वाली सुश्री जयललिता ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया और उनके चार उपन्यास भी प्रकाशित हुए।

कई आंदोलनों में सक्रिय रहे पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा

विधानसभा अध्यक्ष ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे केन्द्र सरकार में ग्रामीण विकास, रसायन एवं उर्वरक तथा खान मंत्रालयों के कैबिनेट मंत्री भी रहे। मेघवाल ने कहा कि इंदौर राज्य प्रजामंडल से जुड़े पटवा ने अनेक आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग लिया। पटवा को अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में ‘विधान गौरव’ पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

पूर्व सांसद अग्रवाल की सामाजिक कार्यों में रहती थी रुचि
मेघवाल ने पूर्व सांसद रामदास अग्रवाल के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि तीन बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए अग्रवाल सामाजिक कार्यों में गहरी रुचि रखते थे। वे राजस्थान चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज सहित अनेक वाणिज्यिक संस्थानों एवं व्यापार मंडलों से भी सम्बद्ध रहे। मेघवाल ने पूर्व सांसद मोहम्मद अयूब खान के प्रति श्रद्धांजलि प्रकट करते हुए कहा कि 20 वर्षों से अधिक अवधि तक सैन्य सेवा में रहे खान को ‘वीर चक्र’, ‘समर सेवा स्टार’ एवं ‘पश्चिमी स्टार’ से सम्मानित किया गया।

पूर्व सांसद व सदस्यों के व्यक्तित्व पर डाला प्रकाश


विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व सांसद जुझार सिंह अपने लंबे राजनीति कार्यकाल के दौरान चार बार विधायक रहे। मेघवाल ने कहा कि वे कृषक समाज, झालावाड़ के संयोजक तथा ऑल इंडिया फार्मर्स फोरम के सदस्य भी रहे। मेघवाल ने विधानसभा के पूर्व सदस्यों तगाराम चौधरी, बन्ने सिंह राठौड़, मोहन लाल मोदी, सालिगराम, थानसिंह मीणा, मदन महाराजा, भवानी सिंह यादव, सांवरमल मोर, रमेश चन्द्र सैनिक, अमीलाल यादव, लक्ष्मण तानीवाल एवं शिवराम के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।

हिमस्खलन, ट्रेन हादसे एवं नाव दुखांतिका में मृतकों के प्रति जताया शोक


मेघवाल ने इन्दौर-पटना एक्सप्रेस एवं जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के हादसों में लोगों के निधन पर शोक प्रकट किया तथा पीडि़त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने पटना के एनआईटी घाट के पास गंगा नदी में हुई नाव दुर्घटना के मृतकों एवं जम्मू-कश्मीर में गुरेज और सोनमर्ग के काफी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन में सेना के 16 जवानों सहित 20 व्यक्तियों की मृत्यु पर भी गहरा शोक प्रकट किया और पीडि़त परिवारों के प्रति संवेदना जताई।