नोटबंदी के चलते धीमा होगा विकास, IMF ने घटाया वृद्धि-दर का अनुमान

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 22 फ़रवरी 2017, 10:15 PM (IST)

नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1,000 रूपए के नोट बंद करने के फैसले का असर सीधे तौर पर दिखने लगा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए भारत की वृद्धि-दर के धीमा होकर 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

इस अनुमान के पीछे नोटबंदी के द्वारा पैदा हुई तकलीफों को वजह बताया है। नोटबंदी के फैसले पर अर्थशासि्त्रयों ने मुश्किल बढने की आशंका जताई थी। बैंकों के एनपीए या फिर बैड लोन्स बीते साल (दिसंबर 2016) के लिए अब 56.4 फीसदी पर आ गए हैं।

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इसकी वजह नोटबंदी भी बताई जा रही है। ऎसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि नोटबंदी ने छोटे-मंझोले कारोबारियों की कमर तोड दी है जिससे अब उन्हें अपने कर्ज चुकाने में परेशानियां होंगी।

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