कांग्रेस सरकार ही विकास को आगे बढ़ा सकती : वीरभद्र सिंह

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 22 फ़रवरी 2017, 8:20 PM (IST)

नाहन। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने उत्तराखंड के सीमावर्ती सिरमौर जिले के दुर्गम क्षेत्र ट्रांसगिरी के भरली (आंजभोज) में राजकीय महाविद्यालय की आधारशिला रखने के उपरान्त कहा कि महाविद्यालय का नाम राजकीय महाविद्यालय आंजभोज (भरली) रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राध्यापकों के लिए कालेज के समीप आवासीय सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजपुर को 30 बिस्तरों की सुविधा सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के राजपुर उपमण्डल का पुनर्गठन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, सरकार क्षेत्र में सिंचाई तथा पेयजल की सुविधा प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है और निश्चित रूप से इस समस्या के शीघ्र समाधान के लिए आवश्यक पग उठाएगी।
उन्होंने कहा कि राजपुर में उप-तहसील खोलने की मांग पर सरकार विचार कर रही है। मुख्यमंत्री पांवटा साहिब तहसील के भरली में जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। वीरभद्र सिंह ने कहा कि वह कभी भी भाजपा की तरह आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं करते हैं और न ही किसी की बुराई करते हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि विचारधारा का अलग होना स्वभावित है लेकिन आलोचना स्वस्थ होनी चाहिए। उन्होंने अपरोक्ष तौर पर जिले के विपक्षी विधायकों की ओर संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र के कुछ लोगों को गुमराह और बाहरी व्यक्ति द्वारा सम्मोहित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लोगों को अब तक एहसास हो गया होगा कि केवल कांग्रेस सरकार ही विकास को आगे बढ़ा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आज महाविद्यालयों की संख्या बढ़कर 119 तक पहुंच गई है और वर्तमान सरकार ने शिक्षण संस्थान खोलने में कभी कोई भेदभाव नहीं किया, चाहे क्षेत्र भाजपा विधायकों से संबंधित क्यों न हो। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिले में सभी 10 महाविद्यालय कांग्रेस सरकारों द्वारा खोले गए हैं। हिमाचली टोपियों के अलग-अलग रंगों पर उन्होंने कहा कि राज्य भाजपा में उनके भी अनेक मित्र हैंए जो लाल हिमाचली टोपी पहनते हैं और वोट कांग्रेस को करते हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचली टोपियों पर राजनीति भाजपा ने शुरू की थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो उस समय लाल टोपी पहनी थी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने टोपी की राजनीति पर राज्य के लोगों तथा समुदायों के बीच सांस्कृतिक विभाजन करने की कोशिश की है। मुख्यमंत्री ने जातिए धर्म तथा क्षेत्र के नाम पर नारे लगाने वालों को भी आगाह किया। उन्होंने कहा कि उनके लिए समुचा राज्य एक है और राज्य को नई ऊंचाईयों तक ले जाने के लिए हम सब को एकजुट प्रयास करने हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को क्षेत्रीय आधार पर बांटना उचित नहीं है और कुछ तथाकथित नेता सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसा करते हैंए क्योंकि भाजपा ने सभी चुनाव क्षेत्र व जाति के आधार पर लड़े हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर हिमाचल एक है का नारा दिया और उपस्थित लोगों ने भी इसे दोहराया।
उन्होंने कहा कि यह लोगों का दायित्व बनता है कि हिमाचल प्रदेश को देश भर में विकास के क्षेत्र में पहाड़ी राज्यों का आदर्श बनाएं। विधायक किरणेश जंग ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा मुख्यमंत्री का दूरदराज क्षेत्र में महाविद्यालय खोलने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिला के लोग मुख्यमंत्री का धौलाकुआं में भारतीय प्रबन्धन संस्थान तथा नाहन में मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त अन्य विभिन्न विकासात्मक कार्यों के लिए हमेशा ही ऋणी रहेंगे। उन्होंने क्षेत्र में हुए अन्य विकासात्मक कार्यों की भी जानकारी दी। रोजगार सृजन एवं रिसोर्स मोबिलाईजेशन अध्यक्ष तथा विभाजन प्रक्रिया में पांवटा साहिब में विलय होने से पूर्व क्षेत्र के विधायक रह चुके हर्ष वर्धन ने इस अवसर पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि गत चार वर्षों के दौरान जिले में एक उपमंडलाधिकारी कार्यालय शिलाई में व रेणुका, नौहराधार और कमरउ में तीन तहसीलों, नारग, नावरी तथा हरिपुरधार में उप-तहसीलों और सिरमौर को तीन कॉलेज उपलब्ध करवाने के लिए जिले के लोग हमेशा मुख्यमंत्री के ऋणी रहेंगे।
उन्होंने स्थानीय विधायक द्वारा रखी गई मांगों का समर्थन किया। क्षेत्र के लोगों ने पूरे आंजभोज क्षेत्र के लिए टोंस तथा पीरूवा अखाड़ा से दो सिंचाई योजनाएं सृजित करने का आग्रह किया ताकि क्षेत्र की सिंचाई आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। उन्होंने इसके अतिरिक्त अम्बोआ को औद्योगिक क्षेत्र घोषित करने का भी आग्रह किया जिसके लिए 1400 बीघे जमीन उपलब्ध है। मुख्य संसदीय सचिव विनय कुमारए राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष जीआर मुसाफिर, हिमफेड के अध्यक्ष अजय बहादुर, जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अजय सोलंकी, जिला परिषद के अध्यक्ष दिलीप चौहान, स्थानीय कांग्रेस नेता जग्गीराम, जिले के वरिष्ठ अधिकारी व क्षेत्र के अन्य गणमान्य लोग भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने करोड़ों की परियोजनाओं के किए लोकापर्ण
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सिरमौर जिला के अपने दौरे के अंतिम दिन आज पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र में 4.86 करोड़ रुपये की लागत से बद्रीपुर में निर्मित 33/11 केवी के विद्युत उप केन्द्रए 94 लाख रुपये की लागत से निर्मित कुंजा मेटालियन जलापूर्ति योजना का लोकार्पण किया। उन्होंने रामपुर घाट में 3.76 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 13/11 केवी के नियंत्रित विद्युत उप-केन्द्र, 1.78 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित तारूवाला पेयजल आपूर्ति योजना का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान भरली में महाविद्यालय भवन की आधारशिला रखी जिसके लिए आरम्भ में पांच करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने सिरमौर जिला के तीन दिवसीय दौरे के दौरान 60.12 करोड़ रुपये की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं के लोकार्पण किए।

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