गोरखपुर/आजमगढ। यूपी विधानसभा चुनाव में नेताओं ने जुमलों की एक नई मिसाल पेश कर दी
है। चुनाव में श्मशान, कब्रिस्तान और गदहे जैसे संदभों के बाद अब एक नए
संदर्भ कसाब का इस्तेमाल हुआ है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने यूपी में
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों की तुलना कसाब से की है।
कसाब एक पाकिस्तानी आतंकी था जिसे मुंबई हमले के दोष में फांसी दी गई थी।
बुधवार को अमित शाह ने पूर्वाचल में आजमगढ जैसे अहम इलाके में रैली को
संबोधित किया। अमित शाह ने कहा कि यूपी कसाब नाम की बीमारी से परेशान है।
फिर उन्होंने कसाब की परिभाषा बताते हुए कहा कि क का मतलब कांग्रेस,स का
मतलब समाजवादी पार्टी और ब का मतलब बहुजन समाज पार्टी बताया। यूपी का विकास
इसी कसाब की वजह से रूका हुआ है। अमित शाह ने यूपी के लोगों से मांग करते
हुए कहा कि इस कसाब को उत्तर प्रदेश से बाहर निकालिए।
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कांग्रेस ने अमित शाह के बयान पर पलटवार किया है। कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ऎसा बयान बीजेपी की सांप्रदायिक मानसिकता को दिखाता है। इससे पहले मायावती ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर उन्हें सत्ता मिली तो रोहित वेमुला और ऊना जैसे कांड होंगे।
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