अस्पताल में धूल चाट रहे लाखों के कम्प्यूटर, जब से लगे तब से पड़े हैं बंद

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 22 फ़रवरी 2017, 4:28 PM (IST)

भीलवाड़ा। एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को पेपर लैस करने की बात कर रहे है वहीं भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय को पेपर लैस करने के उद्देश्य से लगाए गए कम्प्यूटर धूल चाट रहे हैं। यहां पर डॉक्टर व स्टॉफ की बेरुखी के कारण ये कम्प्यूटर जब से लगे हैं तब से बंद पड़े हैं।
मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर सरकार ने 2012 में आरोग्य ऑनलाईन के तहत हर वार्ड में कम्प्यूटर लगवाया था। जिसमें मरीज की सीआर नम्बर से जानकारी फीड करनी होती थी। उस सीआर नम्बर से चिकित्सक अपने कक्ष में बैठे-बैठे ही मरीज की तकलीफ को समझकर उसका निदान बता सकता था। इसके लिए चिकित्सालय में करीब 54 कम्प्यूटर लाखों रूपए की लागत से लगाए गये थे। कम्प्यूटर तो लग गए लेकिन स्टॉफ की कमी और प्रशिक्षण के बिना यह कम्प्यूटर पिछले कई सालों से धूल चाट रहे हैं। वार्ड इंचार्ज व फिमेल नर्स अफसाना व विद्या ने बताया कि स्टॉफ नहीं होने के कारण कम्प्यूटर में जानकारी अपडेट नहीं कर पाते हैं। वहीं मेल नर्स मुकेश कुम्हार ने बताया कि मैं यहां पर एक साल से कार्य कर रहा हूं तब से कम्प्यूटर को कभी चलते हुए नहीं देखा है।
एमजीएच के पीएमओ डॉ. एसपी आगीवाल कहते है कि कई विभागों में कम्प्यूटर पर कार्य किया जा रहा है, लेकिन सुविधाओं और स्टाफ की कमी से अभी वार्ड में यह कार्य शुरू नही हो पाया है। वहीं टेक्निकल स्पॉट इंजिनियर जयंत पाल कहते है कि राजस्थान सरकार ने ओपीडी रजिस्ट्रेशन,आईपीडी रजिस्ट्रेशन, इंन्कवायरी मैनजमेन्ट, बल्ड बैंक की जानकारी ऑनलाईन करने के लिए आरोग्य ऑनलाईन की शुरूआत की गई। हमने इसके लिए नर्सिंग स्टॉफ को ट्रेनिंग भी दी थी लेकिन वह इस पर कार्य नहीं कर रहे हैं। हमने यहां पर करीब सभी विभागों व वार्डो में 54 कम्प्यूटर लगाए है। जिसमें से अभी दो या तीन कम्प्यूटर ही काम कर रहे हैं। जयंत पाल का कहना है कि कहते हैं कि अगर इन कम्प्यूट पर काम होने लगे तो मरीजों को काफी सुविधाएं मिल सकती है और यह अस्पताल काफी बेहतर हो सकता है।

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