बबीना सीट पर दो सांसदों की प्रतिष्ठा दांव पर, मुकाबला हुआ रोचक

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 22 फ़रवरी 2017, 1:34 PM (IST)

झांसी। बबीना विधानसभा सीट का चुनाव बेहद रोमांचक और दिलचस्प होता जा है। इस सीट पर भाजपा की लोकसभा सांसद उमा भारती और सपा के राज्यसभा सांसद डॉ. चंद्रपाल यादव अपने-अपने प्रत्याशियों के साथ आमने-सामने हैं। वर्तमान में यह सीट बसपा के पास है और बसपा भी यह सीट हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी एक कर रही है।

दरअसल इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा सांसद डॉ. चन्द्रपाल यादव के बेटे यशपाल यादव को प्रत्याशी बनाया है। लंदन से मैनेजमेंट की शिक्षा हासिल कर चुके यशपाल इस क्षेत्र में युवाओं के बीच लगातार पैठ बना रहे हैं और अपनी रणनीति से वोटरों का रुझान अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस के साथ गठबंधन का फायदा मिलने का भी यशपाल को भरोसा है। यशपाल अपने प्रचार की तकनीक में अखिलेश के काम बोलता है की तर्ज पर स्थानीय स्तर की प्राथमिकताएं गिनाते नजर आते हैं। पांच दलित बाहुल्य गांवों को गोद लेने और विधान सभा क्षेत्र को वाई-फाई से लैस करने के उनके वादे सीधे तौर पर बसपा और भाजपा के वोटरों को खींचने की कोशिश करते नजर आते हैं। जातीय आधार पर भी यशपाल की दावेदारी मजबूत दिखाई देती है क्योंकि पिछली बार इस सीट पर तीन यादव प्रत्याशी मैदान में थे जबकि इस बार वे अकेले यादव प्रत्याशी हैं।

भाजपा ने इस सीट पर राजीव सिंह पारीछा को टिकट देकर मैदान में उतारा है। राजीव को केंद्रीय मंत्री उमा भारती की सिफारिश पर टिकट मिला है। उमा भारती ने इस सीट पर राजीव के लिए अपनी पूरी ताकत झोक दी है और लगातार कैम्प कर रही हैं। यह सीट सीधे तौर पर उमा भारती की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ माना जा रहा है। राजीव पिछले काफी दिनों से इस सीट पर चुनाव की तैयारी में जुटे थे। यह भी माना जा रहा है कि उमा भारती अपने प्रभाव के सजातीय लोधी राजपूत वोटों को भी राजीव की ओर मोड़ने का प्रयास करेंगी क्योकि इस सीट पर लोधी बिरादरी निर्णायक भूमिका निभाता है।

बसपा ने इस सीट पर मौजूदा विधायक कृष्ण पाल सिंह राजपूत को टिकट देकर दुबारा चुनाव मैदान में उतारा है। वे सजातीय लोधी राजपूत वोटों और दलित वोटों के साथ अपनी बढ़त का दावा कर रहे हैं।

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हालाँकि लोधी वोटों पर भाजपा और सपा की नजर और उमा भारती की खेमेबंदी बसपा की मुश्किल बढ़ा सकती हैं। इन सबके बीच कृष्णपाल अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आते हैं और कहते हैं कि उनका किसी से कोई मुकाबला नहीं है।

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