सरकारी अध्यापक छोटे बच्चों को पढ़ाते प्यार का पाठ

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 12 फ़रवरी 2017, 10:51 AM (IST)

कानपुर देहात। मिड डे मील में गड़बड़ियां व स्कूल में मनमौजी करते हुए प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों की खबरें तो खूब पढ़ी होगी। पर कानपुर देहात के एक स्कूल का हेड मास्टर छोटे बच्चों को पढ़ाने के बजाय प्यार का पाठ पढ़ाता है। यही नहीं अश्लील बातें कर ड्यूटी पूरा करना इनके फितरत में हो गया। जिससे बच्चों के परिजनों ने बच्चों को स्कूल भेजना ही बंद कर दिया। तो वहीं बीएसए का कहना है जांच की जाएगी अगर सच्चाई मिली तो सख्त कार्रवाई होगी।

राजपुर ब्लाक के सिरोना गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में इन दिनों छात्रों की किलकारियां नहीं गूंज रही हैं। इसके पीछे और कोई नहीं विद्यालय का आशिकी मिजाज हेड मास्टर मुकेश है। ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर कैमरा के सामने ऑन रिकार्ड बताया कि हेड मास्टर छोटे बच्चों को पढ़ाने के बजाय प्यार कैसे किया जाता है, किस कैसे लिया जाता है आदि बातों पर ही समय काट देता है। एक बच्ची के परिजन ने बताया कि बच्ची पढ़ने जाने से कतराती थी और हम जब डपटकर भेज भी देते तो स्कूल नहीं जाती थी। बाद में सख्ती करने पर उसने जब अपना दर्द बयां किया तो हमारे होश उड़ गये। इसी तरह एक बच्ची के और परिजन ने बताया कि हेड मास्टर बच्चों से चने का साक मंगाता है और न लाने पर मारता-पीटता है। इसके साथ ही पढ़ाने के बजाय अश्लील बातें कर बच्चों को गलत रास्ते पर ले जाने के लिए प्रेरित करता है। सभी परिजनों ने कहा कि जब तक हेड मास्टर का तबादला नहीं हो जाता तब तक हम अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेगें। जब इस संबध में बेसिक शिक्षा अधिकारी शाहिल हर से बातचीत की गई तो कहा कि पहले तो ऐसा नहीं हो सकता, फिर भी जांच की जाएगी अगर आरोप सही निकलता है तो हेड मास्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।



भविष्य से खिलवाड़

ग्रामीणों का कहना है कि हेड मास्टर हमारे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। अगर इसका तबादला नहीं होता तो गुस्साए परिजन किसी भी हद तक जा सकते हैं। बताया गया कि हमारे बच्चों के कापियों में शायरी लिखी है जब पूछा गया तो पता चला कि हेड मास्टर शायरी और प्यार का पाठ पढ़ाता है। इसकी शिकायत बीएसए से लेकर सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री तक ले जाएगें।



छात्राओं ने की पुष्टि
परिजनों के आरोपों को सही तो माना गया पर पुष्टि के लिए जब उनके बच्चियों से बात की गई तो उन्होंने भी ऑन रिकार्ड इस आरोप पर मुहर लगा दी। एक बच्ची ने बताया कि पहले तो हेड मास्टर सही समय पर आते नहीं जब आते हैं तो पढ़ाते शायद ही कभी हो। दूसरी बच्ची ने कहा कि गंदी बातों पर जब सिर झुका लेते हैं तो डांटते और पीट भी देते हैं।

[@ यहां डॉक्टर नहीं, भूत-प्रेत करते है इलाज]