जयपुर। ट्यूशन पढऩे आने वाले बच्चों का यौनशोषण करने वाले शिक्षक रमीज ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। इसके अलावा पुलिस ने रमीज की करतूतों को छिपाने के आरोप में स्कूल के डायरेक्टर सरवर आलम को गिरफ्तार कर लिया है। रमीज के कम्प्यूटर से बच्चों ने जो हार्ड डिस्क निकालकर स्कूल प्रशासन को सौंपी थी, उसे भी बरामद कर लिया गया है। जिस युवक के पास यह हार्डडिस्क मिली है, उसे भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
उधर पुलिस की जांच में सामने आया है कि रमीज तीन साल से बच्चों को डरा-धमकाकर दूसरे बच्चों से अपने द्वारा की जाने वाली हरकतों का वीडियो बनवाता था। इसके लिए वह अपने बेडरूम का इस्तेमाल करता था। अब तक 5 से 15 साल तक के बच्चों की 76 क्लिपिंग सामने आ चुकी हैं। पुलिस ने ऐसे चार बालकों को भी चिह्नित किया है, जिनसे रमीज ने वीडियो क्लिपिंग बनबाई। रमीज से एडिशनल एसपी समीर दुबे पूछताछ कर रहे हैं।
शिकायत के बावजूद स्कूल प्रबंधन ने नहीं की कार्रवाई
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पुलिस के अनुसार यौन शोषण का आरोपी 26 वर्षीय रमीज रामगंज स्थित एक निजी
स्कूल में पढ़ाता था। बच्चों ने उसकी शिकायत स्कूल प्रशासन को की थी। इसके
बाद रमीज को 24 जनवरी को स्कूल से निकाल दिया गया था। नॉर्थ डीसीपी अंशुमन
भौमियां ने बताया कि आरोपी सरवर आलम को रमीज की करतूतों की भनक 23 जनवरी को
लग गई थी। इसके बाद भी आलम ने मामले का दबा दिया और पुलिस को जानकारी नहीं
दी।
पुलिस और स्कूल प्रशासन के खिलाफ परिजनों का गुस्सा
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गौरतलब
है कि रमीज ट्यूशन पढऩे के लिए बच्चों को बुलाता था और उनका यौनशोषण करता
था। हाल ही एक बच्चे का वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप में अपलोड होने के बाद एक
बच्चे के परिजन तक पहुंच गया था। परिजनों का आरोप है कि वे मामले को लेकर
थाने पहुंचे, लेकिन रामगंज थाने में मामला दर्ज करने से मना कर उन्हें भगा
दिया गया। इसके बाद वे पुलिस कमिश्नर तक पहुंचे और मामले में जांच शुरू
हुई। पुलिस की कोताही और स्कूल प्रशासन की ओर से मामला दबाए जाने के विरोध
में परिजनों ने रामगंज थाने पर प्रदर्शन भी किया।