हार्दिक अब मुंबई में बने भाजपा का सिरदर्द, शिवसेना के लिए करेंगे प्रचार

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 07 फ़रवरी 2017, 10:21 AM (IST)

मुंबई। गुजरात के पाटीदारों के नेता और राज्य में भाजपा की आंखों की किरकिरी हार्दिक पटेल अब मुंबई में भाजपा का सिरदर्द बढ़ाएंगे। हार्दिक सोमवार देर रात मुंबई पहुंच गए और आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बांद्रा स्थित उनके आवास मातोश्री पर मुलाकात करेंगे। शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि पटेल बीएमसी चुनाव में शिवसेना उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगे।
हार्दिक पटेल एयर इंडिया की फ्लाइट से अहमदाबाद से मुंबई पहुंचे। इसके बाद, वह सीधे बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्थित होटल चले गए। यह जगह मातोश्री से बस कुछ ही दूरी पर स्थित है। हार्दिक पटेल ने मुंबई मिरर से बातचीत में कहा कि वह गोरेगांव से शिवसेना के उम्मीदवार के लिए बीएमसी चुनाव में प्रचार करेंगे। पटेल ने यह भी कहा कि वह ‘लाइक माइंडेड’ लोगों से जुडऩे की कोशिश कर रहे हैं। हार्दिक ने कहा, ‘मैं भगत सिंह और बालासाहेब ठाकरे को आदर्श मानते हुए बड़ा हुआ हूं। मैं वीर सावरकर की धरती पर आकर बहुत खुश हूं।’
मंगलवार शाम गोरेगांव में पटेल नवनिर्माण सेना की ओर से रोड शो का आयोजन होगा। हार्दिक पटेल इसमें शामिल होंगे। इसके तुरंत बाद वह एक बैठक को संबोधित करेंगे। इसमें शिवसेना नेता और मंत्री सुभाष देसाई भी शामिल होंगे। देसाई ने इस बात की पुष्टि की कि पटेल शिवसेना उम्मीदवार के लिए वोट मांगेंगे। उद्धव से अपनी मुलाकात पर हार्दिक पटेल ने कहा कि वह सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारे ऊपर थोपी गई गुलामी से हम आजादी चाहते हैं।’

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बता दें कि कोर्ट की ओर से पाबंदी के बाद काफी वक्त तक राजस्थान में रहे हार्दिक पटेल हाल ही में गुजरात वापस लौटे हैं। लौटने के बाद उन्होंने भाजपा के खात्मे की कसम खाई थी। वहीं, दो दशक में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब भाजपा और शिवसेना नगर निगम चुनाव अलग-अलग लड़ रही है। ऐसे में पटेल का शिवसेना के साथ आना भाजपा के लिए सिरदर्द बन सकता है। शिवसेना ने 11 गुजराती उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। बीएमसी चुनाव में इतनी ज्यादा तादाद में गुजराती उम्मीदवार पहली बार उतारे गए हैं। हार्दिक पटेले मुंबई में घोषित भाजपा समर्थक माने जाने वाले गुजरातियों को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं।
दूसरी ओर, मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने बीएमसी चुनाव में शिवसेना पर कांग्रेस से मिलीभगत का आरोप लगाया है। शेलार ने शिवसेना और कांग्रेस के बीच टिकटों के बंटवारे में भी साठगांठ होने का आरोप लगाते हुए दावा किया है कि इन दोनों दलों ने भाजपा के उम्मीदवार को हराने के लिए एक-दूसरे के सामने कमजोर उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। वार्ड नंबर 70 के लिए कांग्रेस ने पूनम कुवल के नाम का ऐलान किया था जबकि शिवसेना के उम्मीदवार के ऐलान के बाद कांग्रेस ने अपना घोषित उम्मीदवार बदल दिया। भाजपा का दावा है कि कांग्रेस और शिवसेना ने ऐसी मिलीभगत 42 सीटों पर की है।

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शेलार के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बीएमसी में शिवसेना और कांग्रेस की साठगांठ पुरानी है। बीएमसी में भाजपा ने शिवसेना के कई फैसलों का विरोध किया, लेकिन चूंकि भाजपा शिवसेना के मुकाबले बीएमसी में छोटा दल था, तो उसके विरोध को दबाने के लिए शिवसेना ने समय-समय पर कांग्रेस तो कभी एमएनएस का समर्थन लेने में कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई। कांग्रेस और शिवसेना से इस आरोप पर तुरंत प्रतिक्रिया आई है। मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने भाजपा के आरोपों को हास्यास्पद करार दिया है, तो शिवसेना से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि भाजपा ऐसे आरोप लगाने से पहले एनसीपी के साथ उसके रिश्तों का खुलासा करें।
उधर, शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने सोमवार को चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि बीएमसी चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा होने के बाद भी शिवसेना ही जीतेगी। गौरतलब है कि भाजपा की मुंबई में मोदी की जनसभा आयोजित करने की तैयारी है। इसी बारे में भाजपा पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा, ‘डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर के स्मारक का भूमि-पूजन तो हुआ, लेकिन एक भी टेंडर नहीं निकला। बीजेपी की पारदर्शिता महज दिखावा है।’ उद्धव ने कहा कि हमें चुनावी सभा के लिए भाड़े के लोग लाने की जरूरत नहीं है।

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