दींनी की घाटी को किया जाएगा पर्यटन की दृष्टि से विकसित : शांडिल

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 01 फ़रवरी 2017, 8:04 PM (IST)

सोलन। सामाजिक न्याय एवं अधिकारी मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि सोलन विधानसभा क्षेत्र में अनेक ऐसे स्थल हैं जिन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सकता है। इन क्षेत्रों के विकास से जहां क्षेत्रवासियों को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे वहीं पर्यटकों को हिमाचल के कई अनछूए स्थल देखने को मिलेंगे। डॉ. शांडिल सोलन विधानसभा क्षेत्र के जौणाजी में भागवत सप्ताह के दौरान उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि धारों की धार स्थित दींनी की घाटी को जौणाजी, मतियूल, ओच्छघाट, जटोली तथा नौणी के सम्पर्क मार्गोंं से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस समूचे क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जायेंगे।
उन्होंने स्थानीय बेरोजगार युवाओं से आग्रह किया कि वे पर्यटन विभाग की होम स्टे योजना की जानकारी प्राप्त करें और इसके माध्यम से स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ाएं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि अध्यात्म व्यक्ति को सदमार्ग पर ले जाने का माध्यम हैं। सभी को अपने व्यस्तम समय में से कुछ समय ईश्वर की ओर लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत में आज की अनेक समस्याओं के समाधान छुपे हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे धर्म को जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। इस अवसर पर उन्होंने आजाद युवा मण्डल जौणाजी को अपनी ऐच्छिक निधि से 11 हजार रुपये देने की घोषणा की। खण्ड कांग्रेस समिति के अध्यक्ष बलदेव ठाकुर, खण्ड कांग्रेस समिति के सदस्य सुरेन्द्र ठाकुर, हिमाचल प्रदेश भाषा एवं कला संस्कृति अकादमी के सदस्य मदन हिमाचली, प्रधान ग्राम पंचायत जौणाजी वनिता, लोक निर्माण विभाग के अधिषाशी अभियन्ता विजय चौहान, आजाद युवा मण्डल जौणाजी के प्रधान रविन्द्र कान्त सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।
शामती बाईपास के निर्माण कार्य का किया निरीक्षण
सामाजिक न्याय एवं अधिकारी मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने शामती बाईपास के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बाईपास को निर्धारित समयावधि में बनाया जाए ताकि सिरमौर, शिमला और सोलन के लोग इससे लाभान्वित हो सके। डॉ. शांडिल ने कहा कि 5.41 किलोमीटर लम्बे इस बाईपास के निर्माण पर 26 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बाईपास सोलन शहर से यातायात के दबाव को कम करेगा तथा इससे सोलन जिले के साथ-साथ सिरमौर एवं शिमला के किसान एवं बागवान भी लाभान्वित होंगे।

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