जनपद में 75 प्रतिशत से कम नहीं होनी चाहिए वोटिंग : प्रेक्षक

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 30 जनवरी 2017, 6:46 PM (IST)

गोंडा। विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2017 के दृष्टिगत जनपद में प्रेक्षकों का आगमन शुरू हो गया है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त 1996 बैच के भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठ अधिकारी आशीष गोयल बतौर जागरूकता प्रेक्षक सोमवार को जनपद पहुंचे। उन्होंने सुबह निर्वाचन कार्यालय में स्थापित मीडिया सेन्टर और कलेक्ट्रेट में स्थापित मीडिया मानीटरिंग एवं अनुवीक्षण समिति के कन्ट्रोल रूम पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने वहां किए गए प्रबंधों की जानकारी ली।
इसके बाद उन्होंने जिला पंचायत सभागार में जागरूकता कार्यक्रम से सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर अब तक किए जागरूकता सम्बन्धी कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्वाचन के दौरान मतदाताओं को जागरूक करने एवं मतदान में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करने के लिए जनपद में और बृहद स्तर पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए।

उन्होंने कहा कि गांव-गांव मतदाताओं को जागरूक करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग, पूर्ति विभाग, पंचायतीराज विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, जिला कार्यक्रम विभाग के साथ अन्य विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं, नाट्य संस्थाओं के बीच समन्वय बनाकर बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कराएं जिससे इस बार जनपद में कम से कम पचहत्तर प्रतिशत मतदान का लक्ष्य हासिल किया जा सके। जितना अधिक वोट का प्रतिशत होगा हमारा लोकतंत्र उतना ही मजबूत होगा। इसलिए लोकतंत्र में एक-एक वोट की कीमत समझते हुए मतदाताओं को उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराएं और निर्वाचन कार्य को उत्सव का रंग देते हुए लोगों को निर्वाचन के पर्व में शामिल कराएं।
प्रेक्षक ने निर्देश दिए कि पेट्रोल पम्पों, चाौराहों पर, सिनेमा घरों, अस्पतालों, रोडवेज बस स्टाप, रेलवे स्टेशन, चेंकिंग बैरियर्स, कचेहरी, स्कूलों में तथा ऐसे अन्य सभी स्थलों पर जहां आम जनमानस की ज्यादा आवाजाही होती हो वहां पर तथा सभी सरकारी दफ्तरों पर अनिवार्य रूप से मतदाता जागरूकता बैनर लगवाएं।
उन्होंने पोस्ट आफिस में चिट्ठियों पर, बिजली विभाग के बिलों पर, अस्पतालों में ओपीडी पर्चे पर, बीएसएनएल के बिलों पर अनिवार्य रूप से 27 फरवरी को मतदान करने की अपील करते हुए मुहर लगवाने की बात कही। साथ ही जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए कि विद्यालयों में बच्चों को होमवर्क के रूप में कार्य दें कि उनके घर में किस-किस ने वोट डाला है और मतदान के बाद होमवर्क को चेक करें। इससे भी बच्चों के अभिभावक प्रभावित होगें और वोट डालने जाएगें। जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि वे यह प्रत्येक दशा में जनपद की सभी राशन की दुकानों पर मतदाता जागरूकता बैनर लगवाए जाएं।
सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार करने पर उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आज के दौर में जनता तक पहुंचने का सबसे सरल और सर्वाेत्तम माध्यम बन चुके सोशल मीडिया का निर्वाचन के दौरान जागरूकता हेतु जमकर इस्तेमाल करें और अभियान में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ें जिससे मतदान जैसे महत्वपूर्ण अधिकार और आयोग की मंशा के अनुरूप मतदान प्रतिशत बढ़ाते हुए मजबूत लोकतंत्र में आम नागरिक अपनी हिस्सेदारी निभा सके।
मतदान केन्द्रों पर व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए उन्होने निर्देश दिए कि मतदान केंद्रोंपर महिलाओं, बुजुर्गों के बैठने के समुचित प्रबन्ध के साथ शौचालय, पेयजल की व्यवस्था किसी भी दशा में सुनिश्चित कर ली जाय। दिव्यांग मतदाताओं हेतु रैम्प की व्यवस्था भी की जाय तथा मतदान केन्द्रों पर त्योहार जैसा माहौल बनाया जाय, जिससे मतदाता खुशनुमा माहौल में निर्वाचन कार्य में अपनी भागीदारी निभाएं।
बैठक एवं निरीक्षण के दौरान जिला निर्वाचन अधिकार जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन व पुलिस अधीक्षक सुधीर सिंह उपस्थित रहे।

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