पत्रकारिता कल, आज और कल पर हुई संगोष्ठी

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 30 जनवरी 2017, 6:27 PM (IST)

वाराणसी। शहीद दिवस 30 जनवरी को पत्रकारिता कल, आज और कल विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें पत्रकारिता विभाग के अधिकतर छात्रों ने विचार व्यक्त किए। साथ ही महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्र और छात्राएं संगोष्ठी में उपस्थित हुए।
संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार योगेन्द्र नारायण शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता सन्देश का वाहक है,सन्देश सूचना संचार का संकेत है, संकेत व्यक्ति का अभिव्यक्ति है,अभिव्यक्ति का आदर्श ही पत्रकारिता है। पत्रकारिता समाज का दर्पण है,पत्रकारिता सदैव लक्ष्य हित साध्य में ही किया जाना चाहिए।
गणेश शंकर विद्यार्थी के उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, वह हिंदी के पत्रकार एवं भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सिपाही एवं सुधारवादी नेता थे। वक्ताओं में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. यदुनाथ प्रसाद दुबे ने देवर्षि नारद को भी उस समय का पत्रकार बताया,देवर्षि नारद धर्म के प्रचार तथा लोक कल्याण हेतु सदैव प्रत्यनशील रहते हैं।
एमजेएमसी के छात्र शिवम् गुप्ता ने लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पत्रकारिता की महत्ता को बताया कि आज की मीडिया वैकल्पिक मीडिया है, पहले मीडिया क्लास थी, आज मास एलीमेन्ट मीडिया हो गयी है। कुलपति यदुनाथ दुबे ने पत्रकार योगेन्द्र नारायण शर्मा को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र भेंट किया। इस दौरान शिशिर कुमार सिंह, आनन्दकुमार सिंह, कुलदीप, आनन्द, कार्तिकेय, जाकी, अमित, अमन, सुजीत, वीरबहादुर, स्वाति, ज्योति, अंकिता, रिया, पूजा, सोनाली आदि लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ तुलसीदास मिश्र ने किया,अतिथियों का स्वागत डॉ दुर्गानंदन तिवारी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन मनोज शुक्ला,समापन प्रो.सुभाषचंद्र तिवारी, डा. शैलेश मिश्रा ने किया।

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