कन्या भ्रूण लिंग जांच पर जिला प्रशासन द्वारा गठित कमेटी की हरियाणा में सराहना

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 30 जनवरी 2017, 6:04 PM (IST)

गुरूग्राम। कन्या भ्रूण लिंग जांच पर जिला प्रशासन द्वारा गठित कमेटी को हरियाणा में सराहना मिल रही है। जिला प्रशासन द्वारा गठित कमेटी सदस्य ग्रामीण आंचल से शहरी आंचल तक प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से भूर्ण लिंग जांच नजर रखते है। जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम में शामिल ड्रग कन्ट्रोल ऑफिसर अमनदीप चौहान एवं रैडक्रास सचिव श्याम सुन्दर एक ओर जहां पुरी योजना ही नही बनाते बल्कि इस योजना को सफल भी बनाते है। वहीं दूसरी ओर क्राईम ब्रांच के ए.सी.पी. महेन्द्र सिंह अपराधी को रंगे हाथों पकडने की योजना को अमलीनामा पहनाते है।

क्राईम ब्रांच के ही परमवीर भी भ्रूण लिंग जांच में शामिल व्यक्ति को अपपनी आंखों से ओझल नही होने देते। सिविल सर्जन पुष्पा विश्राई एवं उप सिविल सर्जन डॉ. सरयु शर्मा पीएनडीटी के तकनीको पहुलुओं को लेकर अपराधी को घेरती है। ये सभी कार्य कोई एक व्यक्ति नही बल्कि एक संयुक्त टीम करती है जिसके कारण ग्रुरूग्राम में सभी लगभग 10 रैड सफल हुई है। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए बेटी बचाओ अभियान में महिला पुलिस कर्मी भी किसी से कम नही है जो एक डेकोय के रूप में गर्भवती होते हुए भी लगातार 5 से 6 घण्टे प्रात: 4 बजे मोटर साईकिल पर सवार होकर भ्रूण लिंग जाच करने वालो की धर पकड करती है।

जिला गुरूग्राम में प्रशासन भी इस पूरी टीम को हमेशा आंखों पर बैठा कर रखती है। स्वयं नवनियुक्त उपायुक्त हरदीप सिंह भी अपने आप को रोक नही पाए और पीएनडीटी की पूरी टीम को अंामत्रित कर उनके साथ भविष्य की योजना पर मंथन ही नही किया बल्कि 40 से अधिक लोगों को सलाखों के पीछे भेजने वाली टीम को एक-एक प्रंशसा-पत्र और पॉंच-पॉंच हजार रूपये का अवार्ड देकर उपायुक्त ने सम्मानित किया। सम्मान पाने वालों में चार स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अधिकारी एवं एक रैडक्रास अधिकारी शामिल थे। वहीं दूसरी ओर सर्वाधिक पुलिस विभाग क्राईम ब्रांच के 12 पुलिस कर्मचारी अधिकारियों को भी सम्मान मिला। सम्मान पाने वालो में जाबाज पुलिस कर्मचारी सिपाही सुनिता बाई भी शामिल थी।

[@ यहां सुहाग उजड़ने के भय से करवा चौथ का व्रत नहीं]

जिला उपायुक्त हरदीप सिंह ने जिले के प्रत्येक गांव एवं शहरी क्षेत्र में दो-दो सामाजिक कार्यकर्ता को भी बेटी बचाओ अभियान में शामिल करने की बात कही जो प्रशासन के साथ मिलकर कन्या भ्रूण लिंग जांच की सूचना देंगे। उपायुक्त ने सूचना देने वाले सामाजिक कार्यकर्ता का नाम गुप्त रखने और उसे स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक लाख रूपये का अवार्ड भी देने की बात कही। उपायुक्त ने टीम में शामिल सम्मानित होने वाले एसीपी महेन्द्र सिंह, पुलिस अधिकारी अजय कुमार, हरीश, संजय, पुलिस कर्मचारियों परमबीर, सुनिल, विरेन्द्र, खूबराम, दीपक, सुमेर, नरेश कुमार एवं सुनीता बाई की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।

[@ देह व्यापार करने वालों की अब खैर नहीं....]

जिला उपायुक्त ने सभी पीएनडीटी रैड को सफल बनाने के वाले सिविल सर्जन पुष्पा बिश्राई, सरयू शर्मा, अमनदीप चौहान, एवं रैडक्रास सचिव श्याम सुन्दर की भी तारीफ की और कहा कि वर्ष 2017 में गुरूग्राम में भ्रूण लिंग जांच जैसे जघन्य अपराध को खत्म कर दिया जाएगा और भ्रूण लिंग जांच करने वालो और करवाने वाले किसी भी व्यक्ति को बकशा नही जाएगा। उन्होने पीएनडीटी टीम में शामिल चारों अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन पूर्ण रूप से उनके साथ है।

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