चंडीगढ़। हरियाणा की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप गन्नौर में विकसित किए जा रहे अन्तर्राष्ट्रीय फल एवं सब्जी टर्मिनस के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाएं तथा आने वाले 20-30 वर्षों की बाजार की मांग के अनुरूप इसे एक आर्थिक मॉडल के रूप में विकसित करें। यह बात कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने सोमवार को कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि बेहतर पैकेजिंग, कम से कम क्षति प्रबन्धन व ट्रांसपोर्टेशन प्रबन्धन पर जोर दिया जाए। उन्होंने कहा कि हालांकि चीन की रंगीश व बीजिंग जैसी विश्व की बड़ी मंडियों की तर्ज पर भले ही इसे विकसित न कर सके परन्तु इन मंडियों के बीच के मॉडल के रूप में विकसित करने की योजना पर अवश्य आगे बढें। बैठक में इस बात की भी चर्चा की गयी की मंडी में 200 एकड़ में आच्छादित क्षेत्र होगा और लगभग 400 एकड़ क्षेत्र पार्किंग, ग्रेडिंग, पैकेजिंग, कचरा प्रबंधन इत्यादि के लिए रखा जाने का भी प्रस्ताव है। धनखड़ ने सुझाव दिया कि आवासीय क्षेत्र, गेस्ट हाऊस, पुलिस स्टेशन आदि की भी व्यवस्था आवश्यकताओं के अनुसार की जाए। आरंभ में इसे तीन मंजिल तक बनाया जाए। ऐसा वातावरण सृजित किया जाए कि दिल्ली और अन्य राज्यों के व्यापारी स्वयं इस मंडी में अपने आप ही इसके और आकर्षित करें।
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