अभिषेक मिश्रा, लखनऊ। यह तय
हो गया है कि राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह के खिलाफ सीएम अखिलेश यादव नोएडा में
प्रचार नहीं करेंगे। इस कदम को राजनीति से अलग माना जा रहा है। असल में
अखिलेश कभी भी सरकारी कार्यक्रम में नोएडा नहीं गए और अब राजनाथ सिंह के बेटे पंकज
को वहां का टिकट दिया गया। लिहाजा अखिलेश वहां पर पार्टी का चुनाव प्रचार नहीं
करेंगे। यह तो सभी जानते हैं कि राजनाथ सिंह के मुलायम सिहं के परिवार से बेहतर
रिश्ते हैं। लिहाजा लखनऊ से सांसद और गृह मंत्री होने के बावजूद राजनाथ सिंह ने
राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर कोई टिप्पणी नहीं की।
कहा तो यह भी जाता है कि
पिछले लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह ने भाजपा के अध्यक्ष रहते हुए कांग्रेस से
गाजियाबाद लोकसभा चुनाव के लिए डील की थी। जिसके तहत कांग्रेस ने वहां के मौजूदा
सांसद को टिकट न देकर एक कमजोर प्रत्याशी को टिकट दिया था। राजनाथ सिंह अमर सिंह
की तरह की पॉलिटिकल मैनेजर माने जाते हैं। अगर राजनाथ ने अखिलेश से पंकज की सीट के
लिए कोई डील की है तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
कहा तो यह भी जा
रहा है कि डिम्पल के चुनाव में राजनाथ ने मदद की थी। माना तो यह भी जा रहा है कि
वो चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत भी ज्योतिषीय गणना के आधार पर करने जा रहे हैं।
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अखिलेश की पहली रैली 24 जनवरी को सुल्तानपुर से शुरू हो गई।
अब अखिलेश ने पंकज के खिलाफ प्रचार करने न जाने का संकेत देकर एक तीर से दो निशाने किए हैं।
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