उदयपुर। सुखेर क्षेत्र में दीपा केमिकल फेक्ट्री में करीब 10 बजे तक काबू
पा लिया गया, तो वहीँ इस दौरान 1 ओर मजदुर का बुरी तरह जला हुआ शव भी बाहर
निकाला गया। इस आग हादसे में 2 लोग बुरी तरह जिन्दा जल गए, तो वहीँ 7 लोग
गंभीर झुलस गये। झुलसे घायलो का एमबी अस्पताल में इलाज जारी है। वहीँ आग पर
काबू पाये जाने के बाद देर रात को जिला कलेक्टर रोहित गुप्ता ने मृतकों के
आश्रितों को 50-50 हजार रूपये मुआवजे और आश्रितों को आजीवन पेशन की घोषणा
की। बताया जा रहा है कि आग के कारणों का पता लगाने के लिए मंगलवार को एफएसल
टीम मौके पर जायेगी। गौरतलब है कि सोमवार करीब 3 बजे अचानक फेक्ट्री में
हुए विस्फोट के बाद फेक्ट्री में भीषण आग लग गई थी, और इस दौरान फेक्ट्री
में 9 लोग मौजूद थे। हादसे के बाद करीब 6 घंटो की मशक्कत के बाद आग पर काबू
पाया जा सका।
इस कैमिक्ल
फैक्ट्री मे मार्बल को चिपकाने वाला अपोक्सी नाम का कैमिकल तैयार होता था
और इसी कैमिकल के शॉर्ट सर्किट से आग भड़की और सब कुछ तबाह कर दिया। आग की
भयावह मंजर यह था कि इससे बचने का किसी को कोई मौका नहीं मिला। मजदूर आग
से जलते हुए बाहर भागे। लोगों ने यह मंजर देखा तो उनके होश उड़ गए। कोई
जमीन पर पड़ा कराह रहा था तो कोई भागते हुए जान बचाने की कोशिश कर रहा था।
इनके बदन पर कपड़े पूरी तरह से जल गए और चमड़ी भी जलकर उतर गई। लोगों ने
पानी और कपड़े डालकर इन्हें जो वाहन मिला उसके जरिए अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में भी यकायक स्ट्रेचर नहीं मिलने से खुद ही झुलसी अवस्था में
इधर-उधर घूमते दिखे। अस्पताल में जिन लोगों ने यह मंजर देखा उनकी आंखें फटी
की फटी रह गई। आग की विकराल लपटों में पूरी फैक्ट्री तबाह हो गई।
फैक्ट्री में लगी आग की भयावहता का इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कई
किलोमीटर दूर से लपटें उठती दिखाई दे रही थीं। आग की भयावहता को देखते हुए
फैक्ट्री के आसपास के इलाके को खाली करवाया गया और रास्ते से ट्रैफिक
डायवर्ट किया गया है।
[@ यहां परियों सी खूबसूरती के साथ नजर आती है बहादुरी]
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