बावडी का वास्तविक स्वरूप बना रहे : जिला कलेक्टर

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 22 जनवरी 2017, 4:21 PM (IST)

बूंदी। पुरातत्व विभाग द्वारा करवाए जा रहे रानी जी बावडी के जीर्णोद्धार कार्य का रविवार को जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के पूर्व निदेशक डॉ.के.सी. नोरियाल, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एनसीएसटीसी निदेशक डॉ.पंपोश कुमार ने निरीक्षण किया।
इस दौरान जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जीर्णोद्धार के दौरान बावडी का वास्तविक स्वरूप बना रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जावे। उन्होंने कहा कि पुरातत्व विभाग के मानदण्डों के अनुसार जीर्णोद्धार का कार्य हो। निरीक्षण के दौरान डॉ. के.सी. नोरियाल ने जीर्णोद्धार के तहत बारीकी से किए जा रहे सफाई कार्य को सराहना करते हुए कहा कि जीर्णोद्धार से ऐतिहासिक विरासत का स्वरूप बना रहेगा। ऐतिहासिक विरासत का पर्यटन विकास में महत्वपूर्ण योगदान हैं। डॉ.पंपोश कुमार ने कहा कि विज्ञान को आमजन तक ले जाने में संस्कृति मजबूत माध्यम है। इस दौरान जिला कलक्टर, डॉ.के.सी. नोरियाल एवं डॉ. पंपोश कुमार ने बावडी के भीतर करवाए जा रहे जीर्णोद्धार कार्य को देखा। इस दौरान पुरात्तव विभाग कोटा के अधीक्षक उमराव सिंह भी साथ रहे।
सुखमहल स्थित संग्रहाल भी देखा
जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के पूर्व निदेशक डॉ.के.सी. नोरियाल, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एनसीएसटीसी निदेशक डॉ.पंपोश कुमार सुखमहल स्थित संग्रहालय का अवलोकन भी किया। उन्होंने संग्रहालय में रखी वस्तुओं को आमजन की जानकारी लिए काफी उपयोगी बताया।

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