डा. बंसल हत्याकांड :लग्जरी कार से आये थे शूटर, मर्डर मिस्ट्री में हाईप्रोफाइल नाम

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 14 जनवरी 2017, 11:16 AM (IST)

इलाहाबाद। पूरे यूपी में खलबली मचाने वाले डा. बंसल हत्याकांड को सुलझाने में एसटीएफ ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस मर्डर मिस्ट्री में हाईप्रोफाइल लोगों का दखल सामने आ रहा है। सपा के बाहुबली विधायक, भाजपा का दिग्गज नेता, नामचीन बिल्डर समेत करोड़ों के जमीनी लेन देन व लखनऊ कालेज को लेकर बड़ा विवाद भी हत्या की अहम वजह मानी जा रही है। वहीं जिन शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया वह काली फिल्म लगी सफेद लग्जरी कार से आये थे। जिससे उनके साधारण गिरोह से होने की संभावना न के बराबर है। शूटर प्रफेशनल व संरक्षण प्राप्त माने जा रहे हैं। एसटीएफ ने अभी तक जीवन ज्योति अस्पताल समेत इलाके के कई शोरूम, बैंक, दुकानों और चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला है। यहां मिली फुटेज में जो कुछ भी दिखा उसके अनुसार शूटर सफेद रंग की लग्जरी कार से वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हुये थे। इस कार में काली फिल्म लगी थी और यह कार होंडा सिटी या फिर फोर्ड क्रीस्टा है।फुटेज में यह साफ दिखाई दे रहा है कि डा. बंसल पर गोली चलने के कुछ सेकेंड बाद यह कार तेजी से भाग रही थी, जो कैमरे की नजरो में कैद हुई है। निकलती कैमरे में कैद हुई है। यह कार अस्पताल के पीछे पार्किंग वाली सड़क पर पहले से ही खड़ी थी। शूटर पीछे के रास्ते से भागते हुये कार में घुसे और फिर बाई का बाग होते हुए कार शहर की सड़कों में गुम हो गई। अब पुलिस अधिकारी व एसटीएफ की तकनीकी एक्सपर्ट टीम सभी सीसीटीवी फुटेज पर माथापच्ची कर रही है । गोली चलने की टाइमिंग से मैच करने पर यह भी स्पष्ट हुआ कि शूटरों के बंसल के चैंबर में पहुंचने के एक दो सेकेंड बाद ही यह संदिग्ध कार पार्किंग के गेट पर आकर रुकी है। कार कोई तीसरा चला रहा होता है। कार यहां आकर रूकती जरूर है पर वह स्टार्ट ही रहती है। कुछ सेकेंड बाद शूटर पार्किंग से दौड़ते हुए निकलते हैं फिर कार तेजी से निकल जाती है। एसटीएफ सूत्रो के अनुसार दो शूटर अस्पताल में दाखिल हुए जबकि पार्किंग में और कार के अंदर दूसरे साथी भी मौजूद थे। माना जा रहा है कि पार्किंग के कुछ दूर पहले ही दो शूटर कार से उतर गए थे, जो पैदल ही अंदर पहुंचे।

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इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिये प्वांइट 32 और 30 बोर के कारतूस इस्तेमाल हुए। इससे साफ है कि दोनों शूटरों ने फायरिंग की या फिर एक शूटर ने दोनों हाथों से गोलियां दागीं। फिलहाल मामले की तह तक जाने व कड़ी से कड़ी जोड़ने में जांच टीमों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है ।
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