नई दिल्ली। शानदार फॉर्म में चल रहीं रियो ओलम्पिक-2016 की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु की टीम चेन्नई स्मैशर्स ने प्रीमियर बैडमिंटन लीग (पीबीएल) के तीसरे संस्करण में सायना नेहवाल की टीम अवध वॉरियर्स को 4-1 से हराते हुए फाइनल में प्रवेश कर लिया। शुक्रवार को ही खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में मुंबई रॉकेट्स ने एकतरफा मुकाबले में हैदरबाद हंटर्स को 3-1 से मात दी। चेन्नई-मुंबई के बीच शनिवार को खिताबी मुकाबला होगा।
उम्मीद के मुताबिक चेन्नई-अवध मुकाबला बेहद रोचक रहा। पुरुष युगल के आखिरी मुकाबले पर इस मैच का फैसला निर्भर था जिसमें चेन्नई ने अवध को मात दी। इस मुकाबले का मुख्य आकर्षण भारत की दो दिग्गज स्टार बैडमिंटन खिलाडिय़ों सायना और सिंधु के बीच हुआ मैच रहा। दर्शकों को इस मैच में कड़े मुकाबले की उम्मीद थी जो कुछ हद तक पूरी भी हुई। सिंधु ने इस मुकाबले में अपने शानदार खेल का बखूबी परिचय देते हुए सायना को 11-7, 11-8 से हराया।
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दोनों के बीच हर गेम की शुरुआत में अच्छी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली,
लेकिन अंत में सिंधु, सायना पर भारी पड़ीं और मैच जीत ले गईं। सायना ने
पहला गेम इसी तरह गंवाया। दूसरे गेम में सिंधु ने अच्छी शुरुआत करते हुए
पहला अंक हासिल कर लिया। सायना ने पिछडऩे के बाद स्कोर 2-2 से बराबर कर
लिया। लेकिन सिंधु ने तुरंत स्कोर 5-2 कर बढ़त ले ली और फिर 9-5 से आगे
निकल गईं।
लंदन ओलम्पिक-2012 में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाली सायना ने
वापसी की पुरजोर कोशिश करते हुए लगातार तीन अंक लेकर स्कोर 8-9 कर लिया और
अपनी वापसी की उम्मीद जगाई। सिंधु ने धैर्य रखते हुए लगातार दो अंक हासिल
कर मुकाबला अपने नाम किया। सिंधु का यह मैच चेन्नई का ट्रम्प मैच था।
पीबीएल में ट्रम्प मैच जीतने वाली टीम के हिस्से दो अंक आते हैं और हारने
वाली टीम को एक अंक का नुकसान होता है। सिंधु के मैच से पहले वॉरियर्स की
टीम 2-1 से आगे थी लेकिन इस मैच के बाद वह 2-3 से पीछे हो गई।
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वॉरियर्स
ने मुकाबले की अच्छी शुरुआत की। पहला मुकाबला मिश्रित युगल का था जिसमें
वॉरियर्स की सावित्रि अमृतपाल और बोडिन इसारा की जोड़ी ने चेन्नई की क्रिस
और गैब्रिएल एडकॉक की जोड़ी को 9-11, 11-8, 11-5 से मात दी। वॉरियर्स ने इस
मैच से एक अंक अपने खाते में डाला। पुरुष युगल के अगले मैच में चेन्नई के
परुपल्ली कश्यप ने वॉरियर्स के विंसेट वोंह विंग की को 11-4, 11-6 से मात
देते हुए स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
भारत के एक और शीर्ष पुरुष खिलाड़ी
किदाम्बी श्रीकांत पुरुष एकल का अगला मैच खेलने वॉरियर्स की तरफ से उतरे और
चेन्नई के टॉमी सुगियार्तो को 14-12, 11-7 से मात देकर अपनी टीम को बढ़त
दिला गए। स्कोर 2-1 था। सिंधु ने मुकाबला जीत चेन्नई को मैच में ला दिया।
मुकाबले का परिणाम अगले मैच पर निर्भर था।
पुरुष युगल का यह मुकाबला
वॉरियर्स का ट्रम्प मैच था। अगर वॉरियर्स यह मैच जीत जाती तो उसके हिस्से
दो अंक आते। ऐसे में वॉरियर्स की टीम फाइनल में पहुंचती। लेकिन, ऐसा नहीं
हुआ। चेन्नई की क्रिस और मैड्स पिलर कोल्डिंग की जोड़ी ने वॉरियर्स की गोह
वी शेम और मार्किस किडो की जोड़ी को 11-3, 12-10 से मात देते हुए जीत हासिल
की और चेन्नई को फाइनल में पहुंचाया।
मुंबई ने हैदराबाद को हराया
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दूसरे
सेमीफाइनल में मुंबई रॉकेट्स ने हैदरबाद हंटर्स को 3-1 से हराया। मुंबई ने
फाइनल में पहुंचने के लिए सिर्फ दो ही मैच खेले और अपनी जगह फाइनल में
पक्की कर ली। शुरू के दोनों मैच ट्रम्प मैच थे जिन्हें जीत कर हैदराबाद ने
अजेय बढ़त ले ली थी और इसलिए बाकी के तीन मुकाबले रद्द कर दिए गए। रियो
ओलिम्पक में स्वर्ण पदक जीतने वाली स्पेन की कैरोलिना मारिन भी हैदराबाद को
जीत नहीं दिला सकीं।
पहला मैच महिला एकल में मारिन और मुंबई की सुंग जी
ह्यून के बीच में था जिसमें मारिन को हार झेलनी पड़ी। ह्यून ने मारिन को
कड़े मुकाबले में 6-11, 11-6, 11-5 से मात दी। यह हैदराबाद की टीम का
ट्रम्प मैच था। पीबीएल में ट्रम्प मैच जीतने वाली टीम को दो अंक मिलते हैं
और हारने वाली टीम को एक अंक का नुकसान होता है।
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मारिन के हारने के बाद
हैदराबाद के हिस्से एक नकारात्मक अंक आ गया था। मारिन पीबीएल में इससे
पहले भी ह्यून से एक मैच हार चुकी थीं। मारिन ने पहला गेम तो आसानी से अपने
नाम किया, लेकिन ह्यून ने शानदार वापसी करते हुए दूसरा गेम जीत मैच तीसरे
गेम में ले गई जहां मारिन को हार मिली। दूसरा मैच भी ट्रम्प मैच था।
एच.एस.
प्रनॉय मुंबई की टीम से ट्रम्प मैच खेलेने उतरे थे। प्रनॉय का सामना समीर
वर्मा से था। प्रनॉय ने समीर को 11-8, 15-13 से मात देते हुए अपनी टीम के
हिस्से में दो अंक डाले। स्कोर मुंबई के पक्ष में 3- (-1) था जहां से
हैदराबाद का जीत पाना ना मुमकिन था इसलिए बाकी के तीन मैच रद्द कर दिए गए
और मुंबई को विजेता घोषित कर दिया गया।
(IANS)
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