प्रदेश में ड्रॉफ्टसमैन के बढ़ रहे खाली पद

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 13 जनवरी 2017, 4:12 PM (IST)

धर्मशाला। प्रदेश में ड्रॉफ्टसमैन के खाली पदों की बढ़ रही संख्या को लेकर ड्रॉफ्टसमैन एसोसिएशन ने चिंता व्यक्त की है। ड्रॉफ्टसमैन एसोसिएशन की बैठक राज्य अध्यक्ष मनमोहन पठानिया की अध्यक्षता में हुई। इसमें प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे। एसोसिएशन ने जूनियर ड्रॉफ्टसमैन बनने के लिए 12 साल अनुभव की शर्त हटाने की मांग उठाई है। एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष मनमोहन पठानिया ने कहा कि वर्तमान में राज्य में ड्रॉफ्टसमैन बनने के लिए 17 साल का समय लगता है जो कि बहुत ज्यादा है।
पदोन्नति के लिए इतना अधिक समय होने से ड्रॉफ्टसमैन के खाली पदों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है। इतना ही नहीं कर्मचारियों को आर्थिक हानि भी उठानी पड़ रही है क्योंकि पहले जूनियर ड्रॉफ्टसमैन के पद पर 2400 ग्रेड-पे पर रखा जाता है जबकि 3200 ग्रेड पे पाने के लिए दो साल का इंतजार करना पड़ता है। पांच साल जूनियर ड्रॉफ्टसमैन के कार्यकाल के बाद 12 साल अनुभव होने पर उन्हें ड्रॉफ्टसमैैन के पद पर पदोन्नति दी जाती है। उन्होंने कहा कि पंजाब में 1989 में उक्त शर्त को लागू करने के लिए अधिसूचना जारी की गई थी जबकि 2012 में पंजाब सरकार ने इसको संशोधित करके जूनियर ड्रॉफ्टसमैन से ड्रॉफ्टसमैन बनने के लिए अनुभव के समय को कम कर दिया।
हिमाचल सरकार ने 1989 में पंजाब की अधिसूचना को तो प्रदेश में लागू कर दिया। लेकिन 2012 में संशोधित अधिसूचना को अब तक लागू नहीं किया है। इसलिए एसोसिएशन प्रदेश सरकार से जूनियर ड्राफ्टसमैन से ड्रॉफ्टसमैन बनने के लिए अनुभव की 12 साल की शर्त को कम करने की मांग उठाई है। बैठक में एसोसिएशन के संयुक्त सचिव सतीश कुमार, ओपी ठाकुर, सुरेश कुमार चौधरी, कुलदीप धीमान, मिलाप भंडारी, अर्जुन सिंह, पवन कुमार, चेतन चौहान, लेखराज, ओम प्रसाद, सुरेश कपूर, विकास कपूर, राकेश कुमार, अजय कुमार, गगन सिंह पठानिया, नारायण सिंह, अनीता कुमारी, मीनाक्षी, सुमंगला देवी, सुशील कुमार और रमेश चंद आदि मौजूद रहे।

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