कांगड़ा मंदिर में 5.61 करोड़ से अधिक का चढ़ावा

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 13 जनवरी 2017, 3:37 PM (IST)

धर्मशाला (सीमा)। शक्तिपीठ माता श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में वर्ष 2016 में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए चढ़ावे के रूप में मंदिर प्रशासन को 5 करोड़ 61 लाख 98 हजार 320 रुपयेे प्राप्त हुए हैं। वर्ष 2016 में मंदिर प्रशासन को वर्ष 2015 की तुलना में मंदिर प्रशासन को लगभग 54 लाख 79 हजार 969 रुपये का ज्यादा चढ़ावा प्राप्त हुआ है। वर्ष 2016 बज्रेश्वरी मंदिर प्रशासन अपने खर्च कम करने में भी कामयाबी मिली है, जिसकी बदौलत मंदिर प्रशासन ने वर्ष 2016 में लगभग एक करोड़ रुपये बचाए हैं। मंदिर प्रशासन को सीधे तौर पर एक करोड़ रुपये की राशि मंदिर के खजाने में जमा हुई है।
वर्ष 2016 में बज्रेश्वरी मंदिर के चढ़ावे में जहां वृद्धि हुई है वहीं मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी काफ ी इजाफ ा हुआ है। मंदिर प्रशासन के अनुमान के मुताबिक वर्ष 2016 में लगभग सोलह लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के चरणों में शीश नवाजा है। हालांकि वर्ष 2016 के अनुमानित बजट में मंदिर प्रशासन ने लगभग पांच करोड़ 50 लाख की राशि को चढ़ावे के रूप में अनुमान लगाया था परन्तु श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होने पर चढ़ावे के रूप में लगभग 54 लाख रुपये अधिक प्राप्त हुए हैं। वर्ष 2017 के अनुमानित बजट को लेकर मंदिर प्रशासन ने 6 करोड़ 27 लाख आय प्राप्ति का लख्य रखा है।
जानकारी के मुताबिक मंदिर प्रशासन को वर्ष 2016 में मुख्य गोलक से 3 करोड़ 23 लाख की आमदन हुई है जबकि मुख्य काऊटर से 83 लाख 86 हजार, ब्याज से लगभग 46 लाख, लंगर व अन्य से 62 लाख 45 हजार, यात्री सदन से 3 लाख 4 हजार, पुस्तकालय से 1 लाख 84 हजार व सराय से 6 लाख 9 हजार रुपये की आमदन हुई है। बज्रेश्वरी मंदिर प्रशासन का सरकारी व निजी बैंकों में 6 करोड़ 56 लाख रूपये एफ डीआर के रूप में फि क्स डिपोसिट जमा हो चुका है। व्यय के मामले में मंदिर सबसे बड़ा हिस्सा मंदिर न्यास के कर्मचारियों की वेतन पर गया है जोकि 1 करोड़ 25 लाख रुपये बनता है। मंदिर प्रशासन ने वर्ष 2016 के बारीदार हिस्सा के रूप में 1 करोड़ 7 लाख 10 हजार रूपये दिये है जबकि शैयया का हिस्सा 8 लाख 50 हजार रुपये दिए।
मंदिर प्रशासन ने बिजली, टेलीफ ोन व प्रशासनिक खर्चे के लिए 25 लाख रुपये खर्च किए जबकि भविष्य निधि के लिए 31 लाख 70 हजार, गृह रक्षक वेतन में 36 लाख, दैनिक कर्मचारी वेतन भोगी के 1 करोड़ 25 लाख, मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दो लाख, लंगर संचालन को लेकर 12 लाख रूपये, गौ सदन पर 2 लाख, सुलभ व सफ ाई व्यवस्था के लिए 12 लाख रुपये खर्च किए हैं। वर्ष 2016 के वित्त वर्ष में मंदिर प्रशासन को चढ़ावे के साथ साथ 596 ग्राम 380 मिलीग्राम सोना व 69 किलो 265 ग्राम 550 मिलीग्राम चांदी भी प्राप्त हुई जिससे मंदिर प्रशासन के पास 30 किलो 486 ग्राम सोना व 830 किलो 659 ग्राम चांदी एकत्रित हो गई है। व्यय में कटौती के साथ-साथ नगद चढावे में बढ़ौतरी होने से शक्तिपीठ माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर धीरे-धीरे धनवान मंदिर बनने की ओर अग्रसर हो रहा है जो कि कांगड़ा क्षेत्र केलिए शुभ समाचार है।

[@ खट्टी मीठी यादें छोड़ गया 2016 ]