Punjab election- एक परिवार-एक टिकट के नियम पर कायम कांग्रेस

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 13 जनवरी 2017, 1:55 PM (IST)

बलवंत तक्षक।
चंडीगढ़।
कांग्रेस पार्टी ने एक परिवार-एक टिकट के नियम का सख्ती से पालन करते हुए गुरुवार को जारी की अपने 23 उम्मीदवारों की तीसरी सूची में प्रत्याशियों के चुनाव का एकमात्र आधार उनके जीतने की क्षमता रखी है। इस क्रम में पार्टी ने परिवार में एक से अधिक व्यक्ति को टिकट न देने के फैसले पर बने रहते हुए जालंधर से सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर चौधरी को फिल्लौर (आरक्षित) सीट से नामांकित किया है, जबकि पंजाब प्रदेश कांगे्रस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष लाल सिंह के बेटे राजिंदर सिंह को समाना से पार्टी की टिकट दी गई हैं।

पहली बार चुनाव लडऩे वालों में मौजूदा अकाली सांसद शेर सिंह घुबाया के बेटे दविंदर घुबाया को फाजिल्का से नामांकित किया गया है। इस तरह, तीसरी सूची में दो महिलाओं को टिकट दिए जाने के साथ अब तक महिलाओं की कुल गिनती 10 पहुंच चुकी है।

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पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने उम्मीदवारों के चयन पर संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि बाकी 17 सीटों का भी जल्द ही ऐलान किया जाएगा। उन्होंने दोहराया कि पार्टी चुनावी लड़ाई के लिए पूरी तरह से तैयार है और भरोसा जताया कि 4 फरवरी को होने वाले चुनावों में कांग्रेस विरोधियों का पूरी तरह से सफाया कर देगी। इस दिशा में हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व अकाली नेता व कभी बैंस बंधुओं के दाहिने हाथ माने जाते कमलजीत सिंह कड़वल को आत्म नगर से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लडऩे के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुना गया है।

इस सूची में एक अन्य पूर्व अकाली नेता प्रीतम सिंह कोटभाई का भी नाम है, जिन्हें भुच्चो मंडी से टिकट दी गई है। सूची में शामिल कुछ महत्वपूर्ण नामों में मौजूदा कांग्रेसी विधायक राकेश पांडे (लुधियाना उत्तरी) व निहाल सिंह वाला (आरक्षित) से मौजूदा अकाली विधायक राजविंदर कौर भगीके भी शामिल हैं। जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन तेजिंदर बिट्टू (जालंधर उत्तरी) व पूर्व सांसद मोहिंदर सिंह केपी (आदमपुर) इस सूची में शामिल अन्य प्रमुख नाम हैं, जबकि कांग्रेस में शामिल होने वाले नए नेताओं में दीपइंद्र सिंह ढिल्लों (डेराबस्सी) को भी पार्टी ने टिकट देने का फैसला लिया है।

इसी तरह, पार्टी ने बीते दस सालों में अपने विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी मेहनत करने वाले पूर्व विधायकों को दोबारा मौका देने के साथ, दसूआ से एक बार फिर से पंजाब के पूर्व मंत्री रमेश चंद्र डोगरा के बेटे अरुण डोगरा को अवसर दिया है।

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