मुंबई। महात्मा गांधी का गोल फेम वाला चश्मा व चरखा चलाते बापू की तस्वीरें
आयकॉनिक पहचान रखती हैं व खादी ग्रामोद्योग की ओर से जारी किए जाने वाले
सालाना कैलेंडर और डायरियों पर हर साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर
छपती रही हैं लेकिन, इस बार कैलेंडर और डायरी से उनकी तस्वीर गायब है और
उसकी पीएम नरेंद्र मोदी के फोटो ने ले ली है।
खादी ग्रामोद्योग आयोग के आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को इस बात की पुष्टि
की।
आयोग के ज्यादातर कर्मचारी और अधिकारी उस वक्त हैरान रह गए, जब कैलेंडर
के कवर पर गांधी जी की चरखा चलाने वाली तस्वीर की बजाय पीएम नरेंद्र मोदी
की तस्वीर दिखी। इस तस्वीर में नरेंद्र मोदी चरखा चलाते दिख रहे हैं।
आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने कहा, यह हैरान होने जैसी बात नहीं
है और पहले भी ऎसा होता रहा है।
[@ वर्ष 2016 की वे खबरें जो बनी पूरे विश्व में चर्चा का विषय ]
सक्सेना ने कहा, पूरा खादी उद्योग ही गांधी
जी के दर्शन, विचारों और आदर्शो पर आधारित है। वह खादी ग्रामोद्योग की
आत्मा जैसे हैं। ऎसे में उन्हें नजरअंदाज किए जाने का कोई सवाल ही नहीं
उठता।
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी भी लंबे समय से खादी पहनते रहे हैं।
खादी में उन्होंने अपना स्टाइल विकसित करते हुए बडी संख्या में भारतीयों
समेत विदेशियों को भी इसकी ओर आकर्षित किया है।
सक्सेना ने कहा, पीएम मोदी
खादी के सबसे बडे ब्रैंड एंबैसडर हैं। उनके मेक इन इंडिया विजन के तहत खादी
ग्रामोद्योग गावों को आत्मनिर्भर बनाने और स्किल डवलपमेंट के जरिए युवाओं
को रोजगार देने के प्रयास में जुटा है। मार्केटिंग को बेहतर करने पर जोर
दिया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि 2016 के कैलेंडर में पीएम मोदी की तस्वीर छापे जाने के
मुद्दे को आयोग की स्टाफ यूनियंस ने उठाया भी था जिस पर मैनेजमेंट की ओर से
भविष्य में ऎसा न होने का आश्वासन दिया गया था।
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