ब्यूनस आयर्स। ब्यूनस आयर्स में स्थित अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी की प्रतिमा के साथ तोड़-फोड़ की गई है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रतिमा का अनावरण पिछले साल जून में किया गया था। इस प्रतिमा से सिर, हाथों के हिस्से को अलग-थलग किया गया है। प्रतिमा में हुई तोड़-फोड़ के पीछे का कारण अभी तक साफ नहीं हो पाया है, लेकिन शहर के अधिकारियों का कहना है कि प्रतिमा की मरम्मत का कार्य जारी है।
मेसी ने जिस वक्त राष्ट्रीय टीम से संन्यास की घोषणा की थी, उसके ठीक बाद ही इस प्रतिमा का अनारण किया गया था। हालांकि, मेसी ने बाद में संन्यास का फैसला वापस ले लिया। बार्सिलोना के स्टार खिलाड़ी मेसी की यह प्रतिमा पासेओ डे ला ग्लोरिया में स्थित है। इस स्थान पर अर्जेंटीना के कई अन्य स्टार खिलाडिय़ों की भी प्रतिमाएं हैं, जिसमें दिग्गज टेनिस खिलाड़ी गेब्रिएला सबातीनी और बास्केटबॉल खिलाड़ी मेनुएल गिनोबिली की प्रतिमा भी शामिल है।
सही दिशा में चल रहीं रूस में विश्व कप की तैयारियां : फीफा अध्यक्ष
[@ इस मामले में महेला जयवर्धने नं.1, ये हैं टॉप-10 बल्लेबाज]
ज्यूरिख। फुटबॉल की विश्व नियामक संस्था फीफा के अध्यक्ष गियानी
इंफैनटीनो ने कहा है कि रूस में 2017 में होने वाले कनफेडेरेशंस कप और 2018
में होने वाले विश्व कप की तैयारियां सही दिशा में चल रही हैं। अध्यक्ष ने
कन्फेडरेशंस कप और फीफा विश्व कप-2018 के कार्यक्रमों को भी मंजूरी दे दी
है। इंफैनटीनों ने मंगलवार को कहा, विश्व कप की तैयारियां सही दिशा में चल
रही हैं। हमें काम तय सीमा के अंदर पूरा होने का आश्वासन भी मिल चुका है।
इस साल के अंत तक सभी तैयारियां पूरी हो जाएंगी।
[@ वार्नर के टेस्ट में 5000 रन पूरे, ये 10 हैं सबसे तेज बल्लेबाज]
इंफैनटीनो यहां फीफा
परिषद में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, स्टेडियम की
बात है तो काम कार्यक्रम के अनुसार ही चल रहा है। अभी काफी काम बाकी है
लेकिन स्टेडियमों के लिए सीमा तय कर दी गई है। कंफेडेरेशंस कप 17 जून से 2
जुलाई के बीच रूस के चार स्टेडियमों में खेला जाएगा। रूस इस समय पूरी तरह
फीफा विश्व कप-2018 की तैयारियों में जुटा हुआ है। विश्व कप 14 जून से 15
जुलाई के बीच 12 स्टेडियमों में खेला जाएगा।
चीन कप में आइसलैंड ने मेजबानों को दी मात
[@ वनडे में अग्रेजों पर भारी टीम इंडिया, ये हैं पिछले 10 मुकाबले]
नैनिंग
(चीन)। आइसलैंड ने चीन कप अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल चैम्पियनशिप में मेजबानों
को 2-0 से हराते हुए विजयी शुरुआत की है। चीन के खिलाफ आइसलैंड ने दोनों
गोल दूसरे हाफ में किए।चीन के कोच मार्सेलो लिप्पी की अपनी टीम को विजयी
शुरुआत दिलाने के सपने को 64वें मिनट में जार्टन फिनबोगस्सन की रिबाउंड पर
किए गए गोल करने पर बड़ा झटका लगा। मैच खत्म होने में दो मिनट का समय बाकी
था तब एरॉन सिगुरडार्सन ने आइसलैंड की बढ़त को दोगुना कर दिया। मैच के बाद
आइसलैंड के कोच ने माना कि चीन की टीम को रोकना काफी मुश्किल था खासकर पहले
हाफ में।
[@ ये हैं भारत-इंग्लैंड सीरीज के टॉप-5 बल्लेबाज और टॉप-5 गेंदबाज]
उन्होंने कहा, पहले हाफ में चीन की टीम बेहतर खेली। हम
हाफ टाइम से पहले मैच पर चीन को पकड़ खोते देख रहे थे। उन्होंने कहा, दूसरे
हाफ में हमने मैच पर पकड़ बनाई और जीता। दूसरे हाफ में हमने खेल धीमा करने
की कोशिश की। हमने चीन को खेलने के लिए कम जगह दी। कोच ने कहा, इस रणनीति
ने काम किया और हमारे लिए काउंटर अटैक करना आसान हो गया और दोनों गोल इसी
रणनीति से आए। मैंने मैच से पहले यही सोचा था कि जो टीम पहले गोल करेगी वही
जीतेगी।
(IANS)
[@ वर्ष 2016 : T20 में नं.1 बल्लेबाज रहे कोहली, टॉप-10 में एक और भारतीय]