कानपुर। मशहूर अभिनेता ओमपुरी दिल का दौरा पड़ने से शुक्रवार को दुनिया
से अलविदा हो गये। पर कानपुर में उन्होंने जो दिल खोलकर बाते कही थी वह अब यादें बनकर
रह गई हैं। यहां पर उन्होंने साफ कहा था कि वो राजनीति में आना चाहते हैं जिसके लिए
उन्हे सही समय की तलाश है।
17 जुलाई 2016 को कानपुर में आयोजित एक फिल्म फेस्टिवल के दौरान
ओमपुरी यहां आए थे। यहां पर उन्होंने दिल खोलकर बातें कही थी। पत्रकारों ने जब उनसे
पूछा गया कि क्या वो राजनीति में आना चाहते हैं तो उन्होंने हंसते हुए कहा था कि हां
मैं राजनीति में आना चाहता हूं पर मुझे सही समय की तलाश है। ओमपूरी जुलाई 2016 में
कानपुर में आये थे। यहां पर उन्होंने भ्रष्टाचार, अत्याचार और अन्य मुद्दों पर खुलकर
विरोध करने की हिंदुस्तान की जनता से अपील की थी। ओमपुरी ने यह भी कहा था कि मैं राजनीति
में आने को तैयार हूं पर अभी समय का इंतजार है। पीएम मोदी की जिस तरह उन्होने तारीफ
की उससे लग रहा था कि वह भाजपा में जल्द आ सकते हैं। उन्होंने स्वच्छता, पाकिस्तान
व भ्रष्टाचार को भारत के विकास पर रोड़ा बताया था।
दोनो देशों में शरारती तत्व
ओमपुरी जब कानपुर आए थे उस दौरान पाकिस्तान के आतंकी भारत के कई
जगहों पर सेना को निशाना बना रहे थे। इस पर उन्होंने मीडिया से कहा था कि मैं कई बार
पाकिस्तान के शहरों में गया जहां मुझे जबरदस्त प्यार मिला। पाकिस्तान में लोग मेरी
फिल्में देखते हैं और मुझे पसंद करते हैं। मुझे भी वे लोग खराब नहीं लगे। हां शरारती
तत्व तो दोनों तरफ हैं, भारत में लाठी-डंडे वाले हैं तो पाकिस्तान में एके-56 वाले।
जिसके चलते दोनों देशों के बीच कई दशकों से रार चल रही है। सरकारों को इन पर लगाम लगाना
चाहिए।
[@ Exclusive- राजनीति के सैलाब में बह गई देश के दो कद्दावर परिवारों की दोस्ती]
फूट-फूटकर रोए थे शहीद के घर
मशहूर अभिनेता ओमपुरी अपने 66 वें जन्मदिन पर आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिक नितिन यादव के इटावा नगला बारी गांव में जाकर फूट-फूटकर रोये थे। वहां वह शहीद नितिन के परिजनों से मिले और उनके माता-पिता को गले लगाया और पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया। वह वहां तीन घंटे तक गांव के लोगों के साथ रहे। उन्होंने पहले तो नितिन की तस्वीर को देखा और और कई मिनट तक देखते ही रहे। ओमपुरी ने इस मौके पर जय जवान, जय किसान का नारा भी बुलंद किया।