सपा में बनती बात बिगड़ी, मुलायम ने नहीं माना अखिलेश का ‘फॉर्मूला’

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 06 जनवरी 2017, 3:41 PM (IST)

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के समाजवादी कुनबे में चल रही कलह खत्म होने की उम्मीदों को झटका लगा है। ताजा मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव की अमर सिंह और शिवपाल यादव को हटाने की मांग मानने से इनकार कर दिया है। हालांकि अमर सिंह और शिवपाल सिंह यादव बीच से हटने को तैयार हैं। इससे पहले रिपोट्र्स आ रही थी कि मुलायम सिंह यादव नरम पड़ गए हैं और अमर सिंह और शिवपाल को हटाने के साथ ही यूपी चुनाव में प्रत्याशियों के चयन में अखिलेश को पूर्ण आजादी देने पर सहमत हो गए हैं। बता दें कि अखिलेश चाहते हैं कि अगले तीन महीने वह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहें, शिवपाल अध्यक्ष पद छोड़ें जबकि अमर सिंह पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दें। मुलायम सिंह के इस दो टूक जवाब के बाद अब उनकी आज शाम होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस भी स्थगित कर दी गई है।
उधर, मुलायम के इनकार के बाद अमर सिंह गोमती नगर स्थित अपने निवास से मुलायम सिंह के घर उनसे मिलने पहुंचे हैं। दूसरी ओर प्रतिनिधि सभा (अखिलेश) के लोग पीछे हटनेको तैयार नहीं हैं। रामगोपाल यादव भी इस बात के लिए राजी नहीं हैं और वह चाहते हैं कि सुलह न हो।
चुनाव आयोग पहुंचेंगे रामगोपाल

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दूसरी ओर, दिल्ली में रामगोपाल यादव शुक्रवार को विधायकों और नेताओं के समर्थन का हमलफनामा चुनाव आयोग को सौंपेंगे। लखनऊ से सारे हलफनामे दोपहर दो बजे के करीब दिल्ली पहुंचेंगे, जिसके बाद रामगोपाल 3 बजे के आसपास हलफनामे चुनाव आयोग में जमा कराएंगे। अखिलेश के समर्थन में 229 विधायकों में से 212 विधायकों ने हलफनामा दिया है जबकि पार्टी के 68 एमएलसी में से 56 ने अखिलेश के समर्थन में हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा पार्टी के 24 में से 15 सांसदों के साथ ही तकरीबन 5000 प्रतिनिधियों ने अखिलेश के समर्थन में हलफनामा दिया है।
शिवपाल से नहीं मिले अखिलेश

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शुक्रवार सुबह शिवपाल खुद अखिलेश से मिलने गए थे, लेकिन अखिलेश ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया, यानि अखिलेश किसी भी हालात में झुकने को तैयार नहीं हैं। बता दें कि लंबे समय से शिवपाल और अखिलेश में मनमुटाव की स्थित बनी हुई है। गुरुवार रात चली लंबी बैठक के बाद आज सुबह भी शिवपाल यादव और अमर सिंह मुलायम सिंह से मिले। इस बैठक के बाद शिवपाल यादव मुख्यमंत्री आवास गए और अखिलेश यादव से भी मिले। इसके बाद यह खबर आई कि अमर सिंह ने इस्तीफा दे दिया है।
अखिलेश-मुलायम में सुलह का यह था फॉर्मूला

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गुरुवार देर रात मुलायम और अखिलेश के बीच सुलह का एक फॉर्मूला तय हुआ था। इस फैसले के अनुसार चुनाव के बाद मुलायम राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे, फिलहाल वह सिर्फ संरक्षक ही बने रहेंगे। टिकट बंटवारे का अधिकार अखिलेश के पास होगा। शिवपाल यादव प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ेंगे। शिवपाल के टिकट का फैसला अखिलेश करेंगे। अमर सिंह पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देंगे। मुलायम सिंह चुनाव आयोग से अपील वापस लेंगे। एक जनवरी के अधिवेशन को मुलायम वैध मानेंगे।
मुलायम और अखिलेश में सुलह का दौर गुरुवार को काफी तेजी से आगे बढ़ा था। गुरुवार देर रात तक लखनऊ में सुलह पर बैठकों का दौर चलता रहा। इस बैठक में मुलायम सिंह, अखिलेश यादव, अमर सिंह और शिवपाल यादव मौजूद थे। इसके अलावा यादव परिवार के साथ भी मुलायम की लंबे समय तक बैठक चली। शुक्रवार सुबह शिवपाल यादव अखिलेश से मिलने उनके सीएम आवास, 5 कालिदास मार्ग गए और फिर मुलायम सिंह से मिले। इसके बाद अमर सिंह मुलायम सिंह के घर पहुंचे। बेनी प्रसाद वर्मा भी मुलायम के घर पहुंचे। अब यह बैठक खत्म हो गई है। अमर सिंह और शिवपाल वहां से जा चुके हैं। इस बीच, आजम खान मुलायम के घर पहुंचे हैं। सुबह के फार्मूले पर दोनों पक्षों के नेता सहमति बनाने में लगे हुए थे, लेकिन अब यह खटाई में पड़ गई लगती है।
अमरसिंह ने नहीं आते तो बन जाती बात: नरेश अग्रवाल

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इस बीच, सपा के वरिष्ठ नेता नरेश अग्रवाल ने मुलायम-अखिलेश के बीच सुलह की संभावनाओं पर कहा कि अगर अमर सिंह लखनऊ न आते तो मामला सुलझ जाता, लेकिन अब वह यहां आ गए हैं, ऐसे में मामला सुलझना मुश्किल है।
आजम ने उठा रखा है सुलह का बीड़ा

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लखनऊ में पिछले दो दिन से सपा में कलह को सुलझाने और सुलह का फार्मूला बनाने में तमाम नेता जुटे हुए हैं। मुख्य बीड़ा आजम खान उठाए हुए हैं। वही अकेले नेता हैं, जो दोनों गुटों के बीच बात कर रहे हैं। गुरुवार देर रात जब शिवपाल यादव और अमर सिंह मुलायम सिंह से मिलकर वापस लौटे तो गाड़ी में मुलायम सिंह यादव के घर से बाहर निकली और बिना रुके सीधी निकल गई। हालांकि अमर सिंह और शिवपाल पहले कह चुके हैं कि वे दोनों पिता-पुत्र के बीच समझौते के हक में तो हैं, लेकिन मुलायम सिंह का सम्मान बरकरार रहना चाहिए।

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