नई दिल्ली। नोटबंदी की डेडलाइन 30 दिसंबर को बीते भी 3 दिन हो चुके हैं लेकिन एटीएम में भी अभी भी लाइनें लगी हुई हैं। लोग कैश की किल्लत से अभी भी जूझ रहे हैं। वहीं एटीएम के इस्तेमाल पर अब चार्ज भी लगने लगा है। गौरतलब है कि 30 दिसंबर तक सरकार ने एटीएम ट्रांजेक्शंस फीस में छूट दी थी। लोगों को उम्मीद थी कि 30 दिसंबर के बाद भीह एटीएम ट्रांजेक्शन फीस में छूट मिल सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
हांलांकि एटीएम से नगदी निकासी की सीमा बढाकर 4500 रुपए प्रतिदिन कर दी गई। लेकिन प्रति सप्ताह नगदी निकासी में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गौरतलब है कि प्रति सप्ताह नगदी निकासी की सीमा 24 हजार रुपए प्रति सप्ताह है। ट्रांजैक्शन प्रॉसेसिंग ऐंड एटीएम सर्विस के प्रेजिडेंट वी. बालासुब्रमण्यन का कहना है कि पहली 5 ट्रांजेक्शंस पर कोई चार्ज नहीं लगेगा।
इसके बाद यह फैसला बैंकों के विवेकाधिकार और कस्टमर की कार्ड कैटिगिरी पर निर्भर करेगा। आमतौर पर बैंकों का ग्राहकों से चार्ज को लेकर अग्रीमेंट होता है। कई बैंक नोटबंदी से पहले प्रीमियम कस्टमर्स से एटीएम चार्ज नहीं वसूल रहे थे।
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गौरतलब है कि कुछ बैंक 5 ट्रंाजेक्शन के बाद 15 रुपए फीस वसूल रहे थे, तो
कुछ बैंक 20 रुपए फीस भी वसूल रहे थे। कैश की किल्लत के कारण ज्यादातर
एटीएम खाली पडे हैं। वैसे भी 20 फीसदी एटीएम ही सही से काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने 31 दिसंबर तक के लिए डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स
पर ट्रांजैक्शन फीस को खत्म कर दिया था।
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