हमारी रसोई में मसालों के रूप में प्रयोग खूब किया जाता है। भारत प्राचीन काल से ही वैद्य उनका प्रयोग औषधियों के रूप में करते थे। दालचीनी का पौधा जितना छोटा है इसके गुण उतने ही बडे हैं। दालचीनी की सूखी पत्तियां तथा छाल को मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसकी छाल थोडी मोटी, चिकनी तथा हल्के भूरे कलर की होती है और वैसी भी दालचीनी को मसालों की रानी कहा जाता है। तो आइये जानते हैं दालचीनी के बारे में...
[@ अगर वाइफ को करना हो इम्प्रेस]
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जायफल और दालचीनी दोनों को मिलाकर पीस लें फिर से सुबह-शाम चाटने से जुकाम में राहत मिलती है।
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दालचीनी के पाउडर और नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट को फेस पर लगाएं इसे आपके कील-मुहासें दूर हो जायेगें।
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त्वचा की बीमारियों में लाभकारी- त्वचा की समस्या होने पर भी दालचीनी बहुत लाभकारी है। त्वचा में खास और खुजली होने पर दालचीनी पाउडर तथा शहद बराबर मात्रा में लेकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को लगाने से त्वचा की यह समस्या दूर होती है।
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सर्दी जुकाम हो तो एक चम्मच शहद में एक चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर दिन में 3-3बार खाएं। कफ और सर्दी में भी राहत मिलेगी।
[@ पत्नी को नींद न आए,नींद पूरी न हो तो समझो]
लंबी आयु के लिए- दालचीनी और शहद का काढा बनाकर नियमित सेवन करें। तीन गिलास पानी उबालें। इमसें चार चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं। एक चौथाई गिलास काढा हर 3 घंटे पीयें। इससे त्वचा स्वच्छ और झुर्रियों रहित बनाने में मदद मिलती है।
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दालचीनी के साथ शहद मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें और पेट के दर्द और पेट के अल्सर जड से ठीक हो जाते हैं।
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