डिमोनेटाईजेशन के कारण आमजन एवं ग्राहकों की बैंक के प्रति नाराजगी बढ़ी: एआईपीएनबीओए

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 24 दिसम्बर 2016, 8:59 PM (IST)

भरतपुर । ऑल इण्डिया पंजाब नैषनल बैेंक ऑफीसर्स एसोसियेशन एआईपीएनबीओए की अखिल भारतीय स्तर की केन्द्रीय कार्यकारिणी की तृतीय बैठक आयोजित हुई। एआईपीएनबीओए भरतपुर यूनिट के 30 वर्ष के इतिहास में यह प्रथम अवसर है, कि भरतपुर स्तर पर एसोसियेशन की अखिल भारतीय स्तर की केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक में पीएनबी ऑफीसर्स एसोसियेषन की सभी राज्यों एवं सभी मंडलों की कार्यकारिणी भाग ले रही है। लगभग 100-125 डेलीगेट्स विविध राज्यों से भाग ले रहे हैं। कार्यकारिणी की बैठक में एआईपीएनबीओए के अखिल भारतीय महासचिव दिलीप साहा, चेयरमैन बी एल गोयल, प्रैसीडेन्ट अजय जेटली, वर्किंग प्रैसीडैन्ट एस के खजॉंची, एडवाईजर प्रदीप कुमार, सभी राज्यों के सहायक महासचिव एवं सभी मंडलों के जोनल एक्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्य प्रमुख रुप से भाग ले रहे हैं। बैठक में विविध गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया गया एवं अधिकारियों की विविध समस्याओं पर चर्चा करते हुए एआईपीएनबीओए के महासचिव दिलीप साहा ने बताया कि विमुद्रीकरण (डिमोनेटाईजेशन) के अन्तर्गत बैंक अधिकारियों को गलत तरीके से परेशान किया जा रहा है। नकदी की कमी के कारण बैंक अधिकारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। आमजन एवं ग्राहकों की बैंक के प्रति नाराजगी बढती जा रही है। उन्होंने कहा कि आरबीआई ने नये एकाउन्टिंग नॉर्मस लागू किये हैं। इससे बैेंकों की प्राविजिनिंग बढ जायेगी। यदि इन नाम्र्स को ठीक नही किया गया तो बैंकों की बैलेन्स शीट भी खराब हो सकती है। साहा ने बैठक के दौरान बताया कि बैंक अधिकारी सम्पूर्ण वर्ष सरकार की विविध योजनाओं को लागू करने में ही लगे रहे हैं। इसके बावजूद सरकार द्वारा बैंक अधिकरियों की समस्याओं का उचित समाधान प्रदान नहीं किया जा रहा।

[@ 90 की उम्र फिर भी आंख से तिनका निकाल लेते भगत राम]