सुरक्षित मातृत्व को सर्वाेच्च प्राथमिकता: सराफ

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 24 दिसम्बर 2016, 4:19 PM (IST)

जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा है कि प्रदेश में मातृ मृत्युदर एवं शिशु मृत्युदर को कम करने के लिए हरसंभव प्रयास किये जाएंगे। सुरक्षित मातृत्व प्रत्येक महिला का अधिकार है एवं इसे सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुरक्षित मातृत्व को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जायेगी। शिशु मृत्युदर एवं मातृ मृत्युदर से विभिन्न स्वास्थ्य मापदंड़ों में प्रदेश को राष्ट्ीय औसत से बेहतर लाने का संकल्प लेकर कार्य करने की आवश्यकता है। सराफ शनिवार को होटल होली-डे-इन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुरक्षित मातृत्व के संबंध में केन्द्र द्वारा दिये गये नवीनतम दिशा-निर्देशों के संबंध में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला में बोल रहे थे। युनिसेफ, युएनएफपीए एवं जपाइगो की सक्रिय सहभागिता से आयोजित यह तीन दिवसीय कार्यशाला का 22 दिसम्बर को प्रारंभ हुयी थी। समापन दिन के पहले सत्र को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री बंशीधर खंडेला ने सम्बोधित किया।
गर्भवती महिलाओं में प्रसव जटिलता का चिन्हिकरणए रेफरलए टेऊंकिंग एवं फोलोअप कर संस्थागत प्रसव करवाया जा रहा है। वर्तमान संस्थागत प्रसव 84 प्रतिशत को मातृृ स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में अच्छा संकेत बताते हुए इसे शत् प्रतिशत करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। नवीनतम तथ्यों के अनुसार शिशु मृत्युदर में आई 5 अंकों की कमी को रेखांकित करते हुए मातृ मृत्युदर में कमी आने का विश्वास व्यक्त किया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री बंशीधर खंडेला ने सुरक्षित मातृत्व के लिए प्रदेशभर से संबंधित अधिकारियों को बुलाकर नवीनतम दिशा-निर्देशों तथा तकनीक की जानकारी देने की सराहना की। आम जन को बेहतर स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने में चिकित्सको के साथ ही नर्सिंग कर्मियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन नवीन जैन ने बताया कि सुरक्षित मातृत्व सेवाओं को ओर अधिक बेहतर बनाने के उद्देेश्य से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार नवीनतम पांच गतिविधियों को शामिल किया जा रहा है। इन गतिविधियों के अंतर्गत अब गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान कृमि नाशक गोली देकर खून की कमी का रोकथाम सुनिश्चित किया जायेगा। निदेशक आरसीएच डॉ. वी.के.माथुर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि इस कार्यशाला में सभी संयुक्त निदेशक, मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालयों के प्रमुख चिकित्साअधिकारी व स्त्री रोग विशेषज्ञ, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक एवं नर्सिंग ट्रेनिंग सेन्टर के प्राचार्य सहित 200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया है।

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  जयपुर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने शनिवार को होटल होली-डे-इन में आयोजित तीन दिवसीय राज्यस्तरीय सुरक्षित मातृत्व स्वास्थ्य कार्यशाला में ऑनलाईन जेएसवाई भुगतान, शुभलक्ष्मी योजना की द्वितीय किश्त का ऑनलाईन भुगतान, प्रसवपूर्व जांचों के दौरान बैंक खाता विवरण की ऑनलाईन प्रविष्टि इत्यादि में श्रेष्ठ तीन जिलों एवं हनुमानगढ़ के एएनएम प्रशिक्षण केन्द्र को उत्कृष्ट केन्द्र का पुरस्कार दिया। हनुमानगढ़ केन्द्र को यह पुरस्कार इंडियन नर्सिंग कॉउन्सिल के निर्धारित मापदंड़ों के आधार पर हाल ही में हुये आंतरिक मूल्यांकन में 82 प्रतिशत उपलब्धि पर प्रदान किया गया है।
जेएसवाई ऑनलाईन भुगतान में टोंक जिला अव्वल
माह अगस्त 2015 से नवम्बर 2016 तक की अवधि में पीसीटीएस में से ओजस सॉफ्टवेयर के माध्यम से जननी सुरक्षा योजना के ऑनलाईन भुगतान में 95.96 प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त कर टोंक जिले को प्रथम पुरस्कार स्वरूप ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। सवाईमाधोपुर जिले ने 95.02 प्रतिशत एवं दौसा जिले ने 94.48 प्रतिशत उपलब्धि दर्ज कर क्रमश: द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।
शुभलक्ष्मी की द्वितीय किश्त के ऑनलाईन भुगतान में श्रीगंगानगर रहा प्रथम
शुभलक्ष्मी योजना की द्वितीय किश्त का 67.06 प्रतिशत ऑनलाईन भुगतान करने पर श्रीगंगानगर को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने बारां की 60.83 प्रतिशत एवं झुंझुनूं की 55.81 प्रतिशत उपलब्धि पर शुभलक्ष्मी के द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिये। ओजस के द्वारा किये गये भुगतान में पीसीटीएस सॉफटवेयर पर लाभार्थी का बैंकखाता विवरण इंद्राज करने की श्रेणी में पाली 78.43 प्रतिशत, कोटा 72.63 प्रतिशत एवं अजमेर 72.21 प्रतिशत की उपलब्धि इनको क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार मिला।


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