मकर संक्रांति : ये 7 उपाय करें, सूर्यदेव चमका देंगे किस्मत

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 14 जनवरी 2016, 1:42 PM (IST)

हर साल मकर संक्रांति का पर्व बहुत ही उमंग व उत्साह से मनाया जाता है। ज्योतिष के अनुसार मुख्य रूप से ये पर्व सूर्य के उत्तरायण होने की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन भगवान सूर्य की पूजा करने का भी विधान है। कुंडली में स्थित सूर्य की स्थिति के कारण ही लोगों को सफलता और असफलता जैसी स्थिति का सामना करना पडता है। ज्योतिष के अनुसार यदि इस दिन सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो उसका विशेष फल मिलता है और सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और उपाय करने वाले के लिए किस्मत के दरवाजे खुल जाते हैं।
मकर संक्रंति पर किए जाने वाले कुछ विशेष उपाय इस प्रकार हैं:-

1. जिन लोगों की कुंडली में सूर्य नीच की स्थिति में हो वे लोग यदि मकर संक्रांति के दिन सूर्य यंत्र की स्थापना कर पूजन करें तो इससे उनकी कुंडली के दोष कम होते हैं और विशेष लाभ भी मिलता है। सूर्य यंत्र की स्थापना इस प्रकार करना चाहिए- मकर संक्रांति के दिन सबसे पहले सुबह उठकर नित्य क्रिया से निपटकर सूर्य देव को प्रणाम करें। इसके बाद सूर्य यंत्र को गंगाजल व गाय के दूध से पवित्र करें। अब इस यंत्र का विधिपूर्वक पूजन करने के बाद सूर्य मंत्र का जप करना चाहिए।
मंत्र- ओम घृणि सूर्याय नम:। जप करने के बाद इस यंत्र की स्थापना अपने पूजन स्थल पर कर दें। इस प्रकार इस यंत्र का पूजन करने से शीघ्र ही सूर्य संबंधी होने वाली समस्याएं समाप्त हो जाती हैं।

2. मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर स्त्रान आदि करने के बाद उगते हुए सूर्य को तांबे के लोटे से जल का अध्र्य दें। पानी में कुंकुम तथा लाल रंग के फूल भी मिलाएं तो और भी शुभ रहेगा। अध्र्य देते समय "ओम घृणि सूर्याय नम:" मंत्र का जप करते रहें। इस प्रकार सूर्य को अध्र्य देने से मन की हर इच्छा पूरी हो जाती है और किस्मत के दरवाजे खुल जाते हैं।

3. मकर संक्रांति के दिन दान करने का विशेष महत्व है। धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन किए गए दान का पुण्य सौ गुना होकर प्राप्त होता है। अगर आप चाहते हैं कि भाग्य आपका साथ दे तो इस दिन कंबल, गर्म वस्त्र, घी, दाल-चावल की कच्ची खिच़डी आदि का दान करें। गरीबों को भोजन करवाएं तो और भी जल्दी आपकी मनोकामना पूरी होगी। 4. तंत्र शास्त्र के अनुसार मकर संक्रांति के दिन गु़ड एवं कच्चे चावल बहते हुए जल में प्रवाहित करना शुभ रहता है। अगर सूर्यदेव को प्रसन्न करना हो तो पके हुए चावल में गु़ड और दूध मिलाकर खाना चाहिए। ये उपाय करने से भी सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते है

4. तंत्र शास्त्र के अनुसार मकर संक्रांति के दिन गु़ड एवं कच्चे चावल बहते हुए जल में प्रवाहित करना शुभ रहता है। अगर सूर्यदेव को प्रसन्न करना हो तो पके हुए चावल में गु़ड और दूध मिलाकर खाना चाहिए। ये उपाय करने से भी सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते है।

5. ज्योतिष के अनुसार तांबा सूर्य की धातु है। मकर संक्रांति के दिन तांबे का सिक्का या तांबे का चौकोर टुकडा बहते जल में प्रवाहित करने से कुंडली में स्थित सूर्य दोष कम होता है। इसके साथ-साथ लाल कपडे में गेहूं व गु़ड बांधकर दान देने से भी व्यक्ति की हर इच्छा पूरी हो जाती है।

6. मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर स्त्रान आदि करने के बाद पूर्व दिशा में मुख करके कुश के आसन पर बैठें। अपने सामने बाजोट (पटिए) पर सफेद वस्त्र बिछाएं और उसके ऊपर सूर्यदेव का चित्र या प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद सूर्यदेव का पंचोपचार पूजन करें और गु़ड का भोग लगाएं। पूजन में लाल फूल का उपयोग अवश्य करें। इसके बाद लाल चंदन की माला से नीचे लिखे मंत्र का जप करें मंत्र- ओम भास्कराय नम: कम से कम 5 माला जप अवश्य करे।


7. मकर संक्रांति के दिन
सुबह जल्दी उठकर स्त्रान आदि कायोंü से निवृत्त होकर भगवान सूर्य को अध्र्य दें। अब पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठकर रूद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जप करें। मंत्र- ओम आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न : सूर्य: प्रचोदयात कम से कम 5 माला जप अवश्य करें। इस प्रकार मंत्र जप करने से जीवन की हर परेशानी दूर हो जाएगी। यदि इस मंत्र का जप प्रत्येक रविवार को किया जाए तो और भी जल्दी लाभ होता है।