विंटर में बॉडी को प्राकृतिक रूप से पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में मिलते हैं। यही वह वक्त भी है, जब बॉ्रडी की एनजी में बढोतरी होती है और हैल्दी रहने के लिए अतिरिक्त प्रयास नहीं करना पडता। विंटर में जितने विटमिंस और पौष्टिक तत्व शरीर को मिलते हैं, वे साल भर बॉडी को हैल्दी बनाए रखते हैं।
जैसे-जैसे मौसम बदलता है, कुछ मौसमी बीमारियां शुरू हो जाती हैं। जैसे गर्मी में लू लगने और सनबर्न जैसी परेशानियां होती हैं, वहीं सर्दियों में सर्दी जुकाम जैसी आम परेशानियां घेरली हैं। इसलिए सर्दी मौसम में भी शारीरिक गतिविधियों को बनाए रखना और सक्रिय रहना जरूरी होता है। ऎसे में सर्दी से बचने के और फिट रहने के हैल्दी डाइट को शामिल करें।
सर्दियों में वेट कम करना यदि मुश्किल प्रतीत होता हो तो अवसादग्रस्त ना हों। क्योंकि जितना सोचेंगे, उतना ही परेशान होंगे और वजन घटाना और मुश्किल होता जाएगा। अपने मौजूदा वजन को ही बरकरार रखने की कोशिश करें। उससे ज्यादा वजन ना बढे, इस बात ध्यान रखें।
सर्दियों में कब्ज या भारीपन से बचने के लिए फाइवरयुक्त खाद्य पदार्थ अवश्य लें। सैलेड्स में अलग प्रकार की सब्जियों-फलों को शामिल करें और इसमें कुछ नए प्रयोग करके इन्हें टेस्टी बनाएं। फैटी सैलेड ड्रेसिंग ना करें, क्योंकि इससे सैलेड के पौष्टिक तत्वों में कमी आ जाती है।
सर्दियों में प्यास कम लगती है, लेकिन बॉडी को हाइडे्रट करने के लिए कुछ-कुछ वक्त पर पानी पीना जरूरी है। सर्दियों में मौसम रूखा भी होता है, इसमें स्किन की स्वाभाविक नमी कम होती जाती है। इसे पानी से ही संतुलित किया जा सकता है।
भूख लगी हो तो ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं, लेकिन कम मात्रा में। अखरोट सेलेनियम का अच्छा स्त्रोत है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, साथ ही अवसाद से बचाता है। इसलिए इस मौसम में अखरोट का सेवन करें।